कोल माफिया ने एसईसीएल अफसरों को दौड़ा-दौड़ाकर मारा

छत्तीसगढ़ के कोरिया में कोल माफिया के हौसले बुलंद हैं। कोल माफिया ने शनिवार शाम SECL के अफसरों-कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर दिया। उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और तलवार व धारदार हथियार से वार किए। इसके चलते कई कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। किसी तरह सभी ने भागकर जान बचाई। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद स्थानीय कांग्रेस विधायक और संसदीय सचिव कार्रवाई की मांग को लेकर चरचा थाने में धरने पर बैठ गईं। 

कोयला चोरी रोकने पहुंचे थे अफसर-सुरक्षाकर्मी
जानकारी के मुताबिक, चरचा में SECL की अंडरग्राउंड माइंस हैं। इसी में शनिवार को कोल माफिया स्थानीय ग्रामीणों की मदद से कोयले की चोरी करवा रहे थे। सूचना मिलने पर SECL के सब एरिया अफसर समेत, कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंच गए। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो 25 से ज्यादा कोल माफिया ने उन पर पत्थरों से हमला कर दिया। फिर तलवार लिए माफिया ने कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर मारा। इसके चलते कई सुरक्षाकर्मी लहूलुहान हो गए। 



एक सुरक्षाकर्मी की हालत गंभीर, अपोलो रेफर

सभी घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं हमले में घायल एक सुरक्षाकर्मी की हालत गंभीर बताई जा रही है। उसे बिलासपुर स्थित अपोलो अस्पताल रेफर किया गया है। इसमें पुलिस का रवैया भी ढुलमुल रहा। हंगामा बढ़ने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। इस संबंध में कालरी प्रबंधन की ओर से सब एरिया मैनेजर से FIR दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि पुलिस की मदद से कोल माफिया सक्रिय हैं और पैसे देकर चोरी के कोयले को पार कराया जाता है। 



अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर विधायक

वहीं दूसरी ओर संसदीय सचिव अम्बिका सिहंदेव हमला करने वालों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ी हैं। वारदात का पता चलते ही विधायक अम्बिका सिंहदेव विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत और सांसद ज्योत्सना महंत का कार्यक्रम बीच में छोड़कर चरचा थाने में धरने पर बैठ गईं। अपनी ही सरकार की पुलिस कार्यप्रणाली के खिलाफ उनका धरना देर रात तक जारी रहा। उनके साथ चरचा नगरपालिका अध्यक्ष लालमुनी यादव और बैकुंठपुर नगरपालिका नेता प्रतिपक्ष अन्नपूर्णा सिंह समेत अन्य कांग्रेसी भी धरने पर बैठे रहे। 

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