छत्तीसगढ़ में लंबे समय से सड़कों और चौराहों के नाम बदलने को लेकर सियासत चल रही है। अब एक बार फिर से नवा रायपुर में जगहों के नामकरण को लेकर कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर हमलावर है। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का कहना है कि कांग्रेस सरकार द्वारा जगहों, संस्थान आदि के नाम बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
उन्होंने कहा कि 2023 में भाजपा सरकार वापस सत्ता में आएगी और जिन जगहों, स्मारकों और संस्थानों के नाम बदले गए हैं, उन्हें पुराने नाम दे दिए जाएंगे। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने रमन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा अभी सत्ता में आने की सोचना बंद कर दे। 15 साल के कुशासन के दौरान भाजपा ने राज्य में विकास कार्य नहीं किए हैं। किसानों पर अत्याचार के साथ-साथ आदिवासी वर्ग का शोषण किया है। भाजपा के कुशासन को जनता भूली नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार जनता के लिए कार्य कर रही है। बघेल सरकार ने ही विभूतियों का सम्मान किया है। उन्हीं के नाम पर चौक-चौराहों का नामकरण किया जाएगा।
पहले भी बदले गए नाम
बता दें कि पिछले साल जगदलपुर स्थित बलीराम कश्यप मेडिकल कालेज का नाम बदला गया था। इसके अलावा श्रम विभाग और नगरीय प्रशासन की सात योजनाओं के नाम भी बदले गए। इनके नाम बदले जाने पर उस दौरान भी खूब बवाल हुआ। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव ने उस दौरान इसे कांग्रेस का राजनीतिक प्रतिशोध बताया था।