कांग्रेस ने फिरोजपुर से पुराने अकाली पर जताया भरोसा, शेर सिंह घुबाया को दिया टिकट

कांग्रेस ने एक बार फिर फिरोजपुर लोकसभा सीट पर शेर सिंह घुबाया को चुनाव मैदान में उतारा है। इसी के साथ पार्टी ने सभी 13 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।

घुबाया 2019 में अकाली दल बादल से नाता तोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे। घुबाया दो बार अकाली दल से सांसद रह चुके हैं। पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर बादल से मनमुटाव होने के चलते घुबाया ने पार्टी छोड़ दी थी। घुबाया राय सिख बिरादरी से संबंधित है। 

लोकसभा हलका फिरोजपुर में सिर्फ कांग्रेस ने ही राय सिख बिरादरी को महत्व देते हुए इनकी बिरादरी का प्रत्याशी उतारा है। फिरोजपुर में सबसे अधिक वोटें राय सिख बिरादरी की है।  विज्ञापन

घुबाया ने पहली बार वर्ष 1995 में सियासत में कदम रखा था। गांव में पंच, सरपंच व ब्लाक समिति के चुनाव लड़े और जीते। सियासत में घुबाया का रुतबा लगातार बढ़ने लगा था। अकाली दल ने 1997 में हुए विधानसभा चुनाव में घुबाया को जलालाबाद विधानसभा हलके से टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा।

उस समय घुबाया ने कांग्रेस के सीनियर नेता (प्रत्याशी) हंस राज जोसन को 3397 मतों से पराजित किया था। 2002 में हुए विधानसभा चुनाव में फिर से अकाली दल ने घुबाया को जलालाबाद से टिकट दी, लेकिन कांग्रेसी उम्मीदवार हंस राज जोसन से 4331 मतों से हार गए। 2007 में फिर हुए विधानसभा चुनाव में अकाली दल ने घुबाया को टिकट देकर जलालाबाद से कांग्रेसी प्रत्याशी हंस राज जोसन के मुकाबले खड़ा किया। घुबाया 44077 मतों से जीत गए। 

अकाली दल ने 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में जोरा सिंह मान (अकाली दल के सांसद) को टिकट न देकर घुबाया को टिकट देकर फिरोजपुर लोकसभा हलके से चुनाव मैदान में उतारा था। घुबाया ने कांग्रेसी प्रत्याशी जगमीत सिंह बराड़ को 21071 मतों से पराजित किया था। जलालाबाद विधानसभा सीट पर उपचुनाव करवाए गए तो यहां से सुखबीर बादल चुनाव लड़े, जो जीत गए थे। 

2014 में हुए लोक सभा चुनाव में अकाली दल ने फिर से घुबाया को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा। घुबाया ने कांग्रेसी प्रत्याशी सुनील जाखड़ को 31420 मतों से हरा दिया था। सियासी जानकारों के मुताबिक घुबाया अपने बेटे दविंदर सिंह घुबाया को अकाली दल से विधानसभा चुनाव लड़वाने के लिए पार्टी से टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन पार्टी ने टिकट देने से इनकार कर दिया था। इसी कारण सुखबीर से मनमुटाव चलता रहा। कांग्रेसी नेता सुनील जाखड़ इसी का फायदा उठाकर साल 2019 में घुबाया को कांग्रेस में ले आए और राहुल की अगुवाई में कांग्रेस में शामिल करवा दिया था। 

कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में घुबाया को टिकट देकर फिरोजपुर लोकसभा हलके से चुनाव मैदान में अकाली दल के प्रत्याशी सुखबीर बादल के मुकाबले उतारा था। लेकिन घुबाया 198850 मतों से पराजित हो गए थे। अब फिर से कांग्रेस ने घुबाया पर विश्वास जताते हुए फिरोजपुर लोकसभा हलके से चुनाव मैदान में उतारा है।  

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