रायपुर सांसद सुनील सोनी ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार प्रदेश में मतांतरण रोकने में असक्षम है। कांग्रेस आदिवासी संस्कृति को नष्ट करने में जुटी हुई है। हालांकि, यह अकेले छत्तीसगढ़ की नहीं पूरे देश की समस्या है। आने वाले संसद के सत्र में केंद्र सरकार से मतांतरण रोकने को हस्तक्षेप करने की मांग करूंगा।
आदिवासी बंधु लगातार मतांतरण के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। वे अपनी अस्मिता और संस्कृति को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वे अपनी मुख्यधारा में ही रहना चाहते हैं। मैं उनका समर्थन करता हूं। बताते चलें कि राजधानी रायपुर में अवैैध बाल गृह की आड़ में मतांतरण कराने का मामला सामने आने के बाद प्रदेश और देशभर से ऐसी घटनाओं की खबरें तेजी से सामने आने लगी हैं।
अभी तक की पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपित नरेश महानंद बच्चों को बाइबिल की शिक्षा दे रहा था। वह इससे पहले भी चंडीगढ़ में बाइबिल की शिक्षा दे चुका है। इसके अलावा वह विदेश की यात्रा भी कर चुका है।
इसे लेकर भाजपा नेता और राष्ट्रवादी संगठनों ने विरोध करना शुरू कर दिया है और केंद्र सरकार से मतांतरण के खिलाफ कड़ा कानून लाने की मांग की है। विहिप जैसे राष्ट्रवादी संगठनों का कहना है कि यह मतांतरण के जरिये राष्ट्रांतरण की साजिश हो रही है।
अभी तक इसके लिए देश में कोई एक कानून नहीं है। राज्यों में जो अलग-अलग कानून हैं भी वे इतने सख्त नहीं है कि मतांतरण कराने वालों के मन में इसे लेकर कोई खौफ हो।