बेहट से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी और सपा विधायक हरिओम यादव भाजपा में शामिल

उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है। मंगलवार को 5 विधायकों ने भाजपा से नाता तोड़ लिया। इस बीच बेहट से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी, सिरसागंज (फिरोजाबाद) के विधायक हरिओम यादव और सपा के पूर्व विधायक डॉ धर्मपाल सिंह भाजपा में शामिल हुए।

उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य के सामने ये सभी नेता भाजपा में शामिल हुए। कांग्रेस नेता इमरान मसूद सपा में शामिल हो रहे हैं। सैनी को राजनीति में लाने वाले मसूद ही हैं। 2017 चुनाव में सैनी ने भाजपा के महावीर राणा को 25000 वोटों से मात दी थी। मसूद के करीबी विधायक ने सपा नहीं भाजपा के साथ जाना उचित समझा।

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार से स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के अगले ही दिन भगवा दल ने बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के तीन बार के विधायक और फिरोजाबाद जिले के कद्दावर नेता हरिओम यादव को पार्टी में शामिल करा लिया।

हरिओम यादव को सपा के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का बेहद करीबी माना जाता है। वह वर्तमान में सिरसागंज के विधायक हैं। उन्हें पिछले साल फरवरी में पार्टी विरोधी गतिविधियों के वजह से छह साल के लिए सपा से निष्कासित कर दिया गया था।

राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के साथ ही राज्य इकाई के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में हरिओम यादव ने भाजपा का दामन थामा। इस अवसर पर सहारनपुर जिले की बेहट विधानसभा से कांग्रेस के मौजूदा विधायक नरेश सैनी भी भाजपा में शामिल हो गए।

सहारनपुर के पूर्व सांसद इमरान मसूद के सपा में जाने की घोषणा के बाद से चर्चा थी कि नरेश सैनी उनकी राह पकड़ सकते हैं। हालांकि उन्होंने तब इसे अफवाह बताते हुए कहा था कि वह ना तो सपा में और ना ही भाजपा में शामिल होंगे। हरिओम यादव और नरेश सैनी के अलावा आगरा जिले की एत्मादपुर विधानसभा सीट से सपा के पूर्व विधायक धर्मपाल यादव ने भी भाजपा का दामन थाम लिया।

तीनों नेताओं का भाजपा में स्वागत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सिंह ने कहा कि समाज के गरीब और वंचित वर्ग के लिए भाजपा द्वारा किए जा रहे कामों से प्रभावित होकर यह नेता पार्टी में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि इनके आने से पार्टी का कद बढ़ेगा।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के चौथे दिन मंगलवार को सत्तारूढ़ भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) को राज्य सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से बड़ा झटका लगा है। मौर्य के इस्तीफे के बाद उनके करीबी माने जाने वाले 4 अन्य विधायकों ने भी भाजपा से इस्तीफा दिया और मौर्य का साथ निभाने का दावा किया।

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