कांग्रेस ने झारखंड में नकदी बरामदगी मामले से झाड़ा पल्ला

कांग्रेस ने झारखंड में अपने राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़ी शराब कंपनी के ठिकानों से भारी मात्रा में नकदी की बरामदगी के बाद उनसे किनारा कर लिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि सांसद धीरज साहू के कारोबार से कांग्रेस पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। नकदी के बारे में केवल साहू ही बता सकते हैं। उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि कैसे आयकर अधिकारी उनके ठिकानों से इतनी बड़ी संख्या में नकदी बरामद कर रहे हैं।

कर चोरी की जांच के सिलसिले में ओडिशा स्थित डिस्टिलरी समूह पर चार दिन से चल रही आयकर विभाग की कार्रवाई में अब तक 290 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की जा चुकी है। 2018 में अपने चुनावी शपथपत्र में 34 करोड़ की संपत्ति और 2.36 करोड़ का कर्ज बताने वाले झारखंड से कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों से नकदी मिलना जारी है।

कांग्रेस सांसद से जुड़ी कंपनी के परिसर से भारी मात्रा में नकदी बरामदगी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लोगों को आश्वासन दिया कि जनता से लूटा गया एक-एक पैसा वापस आएगा। प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के ‘भाषणों’ को सुनें…जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।

कांग्रेस पर भ्रष्टाचार की परंपरा को जीवित रखने का आरोप
भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि आयकर विभाग की छापेमारी में कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू से जुड़े कुछ परिसरों से नकदी की जब्ती से पता चलता है कि कैसे देश की सबसे पुरानी पार्टी ने पीढ़ी दर पीढ़ी भ्रष्टाचार की परंपरा को जीवित रखा है। भाजपा मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि साहू के परिसरों से जब्त की गई नकदी अब तक भ्रष्ट व्यक्तियों के कब्जे से जब्त की गई नकदी की सबसे बड़ी खेप है। इससे पता चलता है कि कांग्रेस ने किस तरह पीढ़ी दर पीढ़ी भ्रष्टाचार फैलाया है। उन्होंने कहा, सिर्फ एक कांग्रेस नेता के पास से 300 करोड़ रुपये बरामद हुए और गिनती अभी भी जारी है। कल्पना कीजिए कि अगर कांग्रेस के सभी भ्रष्ट नेताओं को एक साथ रखा जाए, तो कितने नोट बरामद होंगे।

साहू की शराब कंपनी बोध डिस्टिलरी और इससे जुड़ी कंपनियों और लोगों के ठिकानों पर कार्रवाई के चौथे दिन शनिवार को बोलनगीर जिले के सुदपारा इलाके में 20 बैग और नकदी जब्त की। यहीं, शुक्रवार को 156 बैग नकदी मिली थी। इनमें से 102 बैग के नोट गिने जा चुके हैं। ज्यादातर नोट 500 रुपये के हैं। सूत्रों ने बताया, साहू के रांची स्थित आवास से टीम शनिवार सुबह तीन बैगों में भरी जूलरी भी लेकर निकली। नोटों की गिनती के लिए 40 बड़ी व छोटी मशीनें लगाई गई हैं। अधिक नोटों की गिनती के कारण मशीनों में खराबी भी आ रही है। रविवार तक गिनती पूरी हो सकती है। 150 अफसर छापे की कार्रवाई में जुटे हैं। 

10 अलमारियों में निकले 230 करोड़
आयकर विभाग दावा है कि किसी एक समूह के खिलाफ कार्रवाई में किसी एजेंसी की ओर से जब्त यह सबसे अधिक नकदी है। बोलनगीर के कंपनी परिसर में करीब 10 अलमारियों से 230 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए, जबकि बाकी रकम तीतलगढ़, संबलपुर और रांची के परिसरों से जब्त की गई। नकदी पैक करने के लिए करीब 200 छोटे-बड़े बैग का इस्तेमाल किया गया।

कड़ी कार्रवाई होगी, यह मोदी की गारंटी : प्रधान
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस पैसे से ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड राज्य के कुछ लोगों के जुड़े होने की खबर है। इस बेनामी संपत्ति का स्रोत कहां है? क्या है मामले की सच्चाई? लूटी गई रकम वापस मिलेगी, यह मोदी की गारंटी है।

कांग्रेस सांसद ने घटिया राजनीति का लगाया आरोप
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि प्रधानमंत्री साहू परिवार के व्यवसाय को कांग्रेस से जोड़कर घटिया राजनीति क्यों कर रहे हैं? धीरज साहू के रिश्तेदारों का ओडिशा में शराब का बड़ा कारोबार है। उन्होंने कहा कि बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज मूल रूप से झारखंड के लोहरदगा जिले की है।

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