विपक्षी दलों के महागठबंधन इंडिया की दो दिवसीय बैठक में कई अहम फैसले हुए। तीसरी बैठक में भी गठबंधन के संयोजक का फैसला नहीं हो सका। लेकिन 13 नेताओं की एक समन्वय कमेटी तैयार की गई है। इस कमेटी में शरद पवार, केसी वेणुगोपाल जैसे दिग्गज नेताओं के अलावा अन्य पार्टियों के नेताओं को भी स्थान दिया गया है। इस अहम बैठक में दूसरे दिन वन नेशन, वन इलेक्शन के विरोध की रणनीति पर भी चर्चा हुई है।
इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक में तीन संकल्पों पर निर्णय लिया गया। इसके तहत के सभी दल मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। राज्यों में किस आधार पर सीटों का बंटवारा होगा, इसके लिए सभी दल मिलकर फैसला लेंगे। सूत्रों ने बताया कि, बैठक में सभी दलों के नेताओं से कहा गया कि वह सहयोगी दलों को कितनी सीटें दे सकते हैं, इस पर जल्द से जल्द अपना पक्ष रखें। आने वाले दिनों में गठबंधन कई राज्यों में महारैली आयोजित करेगा। इसके अलावा जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया का मीडिया कैंपेन कई भाषाओं में चलेगा। महारैलियों की शुरुआत चुनावी राज्यों से की जा सकती है।
सितंबर के दूसरे हफ्ते से कार्यक्रम हो जायेंगे शुरू
सूत्रों ने बताया कि, विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक में तय हुआ है कि सीट आवंटन का फॉर्मूला राज्य स्तरीय स्थानीय गठबंधन द्वारा तय किया जाएगा। इसके साथ ही जिन सीटों पर गणित मेल नहीं खा रहा है, उन सीटों पर समन्वय समिति फैसला करेगी। वहीं सितंबर के दूसरे सप्ताह से देशभर में विभिन्न स्थानों पर प्रमुख कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। इसके साथ ही जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है, वहां समन्वय समिति मुख्य रूप से गठबंधन बनाने के कार्यक्रम चलाएगी।
लेफ्ट के कारण अटक गया इंडिया का लोगो
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विपक्षी गठबंधन की बैठक में आज लोगो लॉन्च हो जाना था लेकिन मीटिंग के दौरान जो डिजाइन दिखाया गया, वह लेफ्ट पार्टी को पसंद नहीं आया। इसके साथ ही कुछ अन्य दलों ने भी डिजाइन में बदलाव के सुझाव दिए। इसी वजह से लोगो के अनावरण का कार्यक्रम टाल दिया गया। अब जब लोगो के डिजाइन में बदलाव कर दिए जाएंगे और इसपर सबकी सहमति होगी तब इसका अनावरण किया जाएगा।
इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
सूत्रों ने बताया कि दूसरे दिन की बैठक में राजनीतिक दलों ने भविष्य की रणनीति को लेकर तेजी से काम करने पर जोर दिया। ताकि, बीजेपी को काउंटर करने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ा जा सके। इसके अलावा अगर भाजपा इंडिया गठबंधन में बाधा डालने की कोशिश करती है तो इससे निपटने की रणनीति बनाने पर भी जोर दिया गया।