कन्नड लेखक और रिटायर्ड प्रोफेसर केएस भगवान ने एक बार फिर भगवान राम और माता सीता पर अपनी विवादित टिप्पणी को लेकर सुर्खियों में हैं। विवादास्पद लेखक ने दावा किया कि उत्तर रामायण के अनुसार भगवान राम हर दोपहर सीता के साथ शराब पीते थे। उन्होंने मांड्या में एक कार्यक्रम में बोलते हुए यह टिप्पणी की। यह पहली बार नहीं है जब भगवान ने विवाद खड़ा किया है।
दिसंबर 2018 में उन्होंने वाल्मीकि रामायण का हवाला देकर बवाल खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा कि भगवान राम नशा करते थे और सीता को भी पिलाते थे। संदिग्ध लेखक ने ये टिप्पणियां अपनी पुस्तक राम मंदिर येके बेदा में की थीं। शुक्रवार को एक कार्यक्रम में केएस भगवान ने कहा, राम राज्य बनाने की बात चल रही है… वाल्मीकि रामायण के उत्तरकांड को पढ़ने से पता चलता है कि (भगवान) राम आदर्श नहीं थे। उन्होंने 11,000 वर्षों तक शासन नहीं किया, बल्कि केवल 11 वर्षों तक शासन किया।
उन्होंने अपनी पत्नी सीता को जंगल भेज दिया और कोई परवाह नहीं की। यही नहीं उन्होंने पेड़े के नीचे तपस्या कर रहे एक शूद्र युवक शंबूक का सिर काट दिया। यह मैं नहीं कह रहा हूं, वाल्मिकी रामायण और अन्य दस्तावेजों में ऐसा लिखा है। ऐसे में वो आदर्श कैसे हो सकते हैं? इसके जवाब में कुछ हिंदू संगठनों ने भगवान के खिलाफ विरोध शुरू किया और कुवेम्पुनगर में विवादास्पद लेखक के आवास के बाहर पूजा करने की कोशिश की। एक हिंदू अधिकार समूह के सदस्य केएम निशांत ने कहा कि भगवान उत्तर रामायण से उद्धृत कर रहे हैं, जिससे हिंदू असहमत हैं, क्योंकि यह ऋषि वाल्मीकि द्वारा नहीं लिखा गया था।