नई दिल्ली- 15 अप्रैल के बाद कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर एक बार फिर से चरम पर पहुंच सकती है। पिछले महीने से भारत में रोजाना कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है और आज इसमें सबसे ज्यादा इजाफा दर्ज किया गया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के मौजूदा हालात ‘दूसरी लहर के साफ संकेत’ दे रहे हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 की यह दूसरी लहर अगर 15 फरवरी से गिनें तो 100 दिनों तक रह सकती है। एसबीआई के अनुमानों के मुताबिक 23 मार्च तक के ट्रेंड के आधार पर लगता है कि कोरोना की दूसरी लहर में देश में 25 लाख नए मामले सामने आने के अनुमान हैं।
वैक्सीनेशन ही उम्मीद की एकमात्र किरण-रिपोर्ट
28 पन्नों की इस रिपोर्ट में लोकल लॉकडाउन और पाबंदियों को इसकी रोकथाम में बेअसर बताया गया है। एसबीआई ने कहा है कि इस महामारी को रोकने के लिए सिर्फ एक ही उम्मीद की किरण बचती है, वो है वैक्सीनेशन। इसके मुताबिक, ‘अगर अभी के रोजाना के केस और और दिनों को आधार मानें तो पहली लहर के हिसाब से आधे अप्रैल के बाद भारत में दूसरी लरह अपने चरम तक पहुंच सकती है।’ इस रिपोर्ट का आधार इकोनॉमिक इंडिकेटर्स है, जिसके मुताबिक पिछले हफ्ते कारोबारी गतिविधियों में गिरावट देखी गई है। जबकि, लॉकडाउन और बाकी पाबंदियों का असर (कुछ राज्यों में लगाया गया है) अगले महीने तक दिखाई पड़ सकती है।
आज सबसे ज्यादा यानी 53,476 केस सामने आए
इस रिपोर्ट में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने की भी मांग की गई है। इसके मुताबिक अभी रोजाना 34 लाख वैक्सीनेशन हो रहे हैं और इसे 40 से 45 लाख रोज कर दिया जाए तो इसका मतलब होगा कि 45 साल से ज्यादा के लोगों का टीकाकरण पूरा होने में अभी से 4 महीने लग जाएंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले पांच महीने में एक दिन में 24 घंटे में आज सबसे ज्यादा यानी 53,476 नया केस सामने आया है। बुधवार को मंत्रालय ने कहा था कि कोरोना वायरस का नया डबल म्यूटेंट वैरिएंट 18 राज्यों में सामने आया है और ये बाकी कई दूसरे वैरिएंट के अलावा है।