राजधानी में कानून-व्यवस्था ताक पर है। पुलिस से ज्यादा अपराधियों का बोलबाला है। पुलिस की हनक कम होती जा रही है और अपराधियों का दबदबा बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार की रात पटना के दो पड़ोसी थाना इलाकों में गोलीबारी हुई। सबसे पहले रामकृष्णा नगर थाना के तहत खेमनीचक इलाके में 62 साल के सकलदेव साह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। एक बाइक से तीन अपराधी आए थे। इसके बाद एक अपराधी ने पिस्टल निकाला और सीधे सकलदेव साह के सिर में गोली मारी दी। जिसके बाद मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
वहीं, रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए सभी अपराधी फरार हो गए। वारदात की जानकारी मिलने के बाद रामकृष्णा नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। शुरुआती जांच में पता चला कि सकलदेव खेमनीचक इलाके में किराए का मकान लेकर रहता था। वो मूल रूप से जहानाबाद का रहने वाला था। हत्या क्यों हुई? हत्या के पीछे की वजह क्या है? गोली मारने वाले अपराधी कौन थे और कहां से आए थे? इस बारे में अभी कुछ भी पता नहीं चल सका है। पटना में रहकर सकलदेव डेली बेसिस पर प्राइवेट काम किया करते थे। फिलहाल पुलिस इस केस की जांच कर रही है। वारदात रात के 9 बजे के बाद की है।
वहीं, दूसरी तरफ पड़ोसी थाना कंकड़बाग के अशोक नगर रोड नंबर 8 में भी उसी वक्त गोली चली। यहां पर दो लोगों के बीच चल रहे विवाद के कारण यह घटना हुई। अजय कुमार और लाल बाबू चौधरी पड़ोसी हैं। पहले से चल रहे विवाद को लेकर दोनों के बीच मारपीट हुई। मौके पर मौजूद लोगों ने समझा-बुझाकर विवाद को शांत करा दिया। लेकिन, उसी दौरान लाल बाबू को निशाना बनाते हुए अजय ने पिस्टल निकालकर गोली चला दिया। हालांकि, गोली लाल बाबू को लगी नहीं। मामले की जानकारी मिलते ही कंकड़बाग थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। मगर, गोली चलाने वाला अजय मौके से फरार हो चुका था। थानेदार के अनुसार एक बार चेन स्नेचिंग तो दूसरी बार शराब मामले में अजय जेल जा चुका है। फिलहाल उसकी तलाश चल रही है।