तहसील में मंगलवार को दोपहर बाद किसान संगठन सदस्यों ने रजिस्ट्री के नाम पर पैसे ऐंठने के विरोध किया। इस दौरान तहसीलदार रजिस्ट्री बीच में छोड़कर ऑफिस से निकल गए लेकिन किसानों ने तहसीलदार को घेर लिया और वापिस ऑफिस में ले आए। जिसके बाद तहसीलदार ने 70 रजिस्ट्री करने के बाद देर शाम तहसील से निकले। रजिस्ट्री ऑनलाइन करने के लिए ऑपरेटर रात करीब पौने 9 बजे तक ई दिशा केंद्र में जुटे रहे इससे किसानों को काफी राहत मिली है।
किसान नेता एसपी मसीतां, मिट्ठू कंबोज, परमजीत चट्ठा, संजय मिडढा, खुशदीप, मनदीप देसूजोधा व अन्य ने बताया कि तहसील कार्यालय में पिछले काफी समय से रजिस्ट्री के एवज में पैसे ऐंठने का कार्य चल रहा है। जिसमें सरकारी कर्मचारी व तहसीलदार कार्यालय में काम करने वाले अर्जी नवीस भी सम्मिलित हंै। जिसके चलते किसानों की ओर से तहसीलदार भुवनेश्वर कुमार को भी चेतावनी दी गई लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
इसके चलते मंगलवार दोपहर बाद किसानों ने अपने हाथों में बैनर उठाए जिसमें लिखा कि आपसे अनुरोध है कि अगर किसी भी व्यक्ति से रजिस्ट्री के नाम पर कोई रिश्वत अधिकारी व कमर्चारी द्वारा मांग की जाती है तो वह हमें बताएं और इन पोस्टर को लेकर ई दिशा केंद्र में तहसील के आगे खड़े हो गए।
इस दौरान तहसीलदार भूवनेश्वर कुमार कार्यालय में 2 बजे आए और लोगों ने रजिस्ट्री के नाम पर रुपए मांगने की बात बताई। परंतु किसानों ने तहसीलदार से बात की तो वह अपनी कुर्सी छोड़ घर की ओर निकल पड़े। इस दौरान तहसील के बाहर किसानों ने तहसीलदार भुवनेश्वर कुमार को रोक लिया और कहा कि अब उनकी ड्यूटी है रजिस्ट्री बीच में छोड़कर नहीं जा सकते हैं।
तहसीलदार ने जवाब दिया कि वह लंच के लिए घर जा रहे हैं तो किसानों ने कहा कि आप ड्यूटी करिए खाना कैबिन में किसान ला देंगे। जिसके बाद तहसीलदार वापस लौट गए और 5 बजे बाद तक भी रजिस्ट्री दर्ज करते रहे हालांकि तहसीलदार में रात करीब पौने 9 बजे तक लोगों के काम हुए जिससे काफी राहत मिली है।
किसी ने रिश्वत दी है तो मेरे सामने आए : तहसीलदार
इस बारे में तहसीलदार भुवनेश्वर कुमार ने बताया कि मैंने किसी से रिश्वत नहीं ली है। ऐसे ही झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं किसी ने रुपए दिए हैं तो सामने आए और नाम बताए। तहसीलदार ने कहा कि शाम को में एसडीएम ऑफिस में अपने काम जा रहा था, इसी दौरान किसानों ने वापस मोड़ दिया इसलिए मैं वापस चला गया और सभी रजिस्ट्री मार्क कर दी है अब घर पहुंच गया हूं। दिन में पोर्टल बंद हो जाता है रात को पोर्टल पर आनलाइन करने का काम किया होगा।