चरखी दादरी के इमलोटा निवासी एक पशु चिकित्सक का शव गांव के जोहड़ के समीप मिला है। मृतक के गुप्तांग से खून बहता मिला और परिजनों ने हत्या का अंदेशा जताया है। वहीं, हत्यारोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 334-बी को 45 मिनट जाम रखा। सदर थाना पुलिस ने दोपहर बाद सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
जानकारी के अनुसार इमलोटा निवासी जयकिशन (40) शुक्रवार रात खाना खाकर घूमने के लिए घर से निकला था। काफी देर बाद जब वो घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसके पास फोन किया। उस दौरान नंबर बंद मिला। शनिवार सुबह परिजनों को सूचना मिली कि जयकिशन का शव ठीठ-मिल्कपुर रोड के समीप स्थित गांव के तालाब के पास पड़ा है।
सूचना मिलते ही परिजन और पुलिस मौके पर पहुंच गए। वहीं, घटना से क्षुब्ध ग्रामीण गांव के अड्डे पर आ गए और एनएच 334-बी पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही इमलोटा चौकी और सदर थाना प्रभारी तेजपाल सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाने का आश्वासन दिया और इसके बाद ग्रामीण शांत हुए। करीब 45 मिनट बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया।
एफएसएल टीम पहुंची मौके पर
परिजनों के हत्या का अंदेशा जाहिर करने के चलते मौके पर एफएसएल टीम को भी बुलाया गया। टीम ने शव की गहनता से जांच कर सबूत जुटाने का प्रयास किया। एफएसएल टीम की जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए दादरी सिविल अस्पताल भेजा गया।
मृतक के हैं दो बच्चे
मृतक जयकिशन के दो बच्चे हैं। बेटा करीब 12 साल का है जबकि बेटी की उम्र पांच साल है। जयकिशन पेशा से पशु चिकित्सक था और रोज खाना खाने के बाद बाहर घूमने जाता था। शुक्रवार भी वो भी हर रोज की तरह घूमने गया था लेकिन घर वापस नहीं लौटा।
वाहन चालकों ने झेली परेशानी
इमलोटा अड्डे पर ग्रामीणों के जाम लगाने के चलते एनएच 334-बी की ट्रैफिक व्यवस्था बाधित हो गई। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। वहीं, पुलिस टीम जाम खुलवाने के बाद ही मौके से लौटी, लेकिन इससे पहले करीब पौना घंटे तक वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।