इस वर्ष अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव में राज्य सरकार 7.50 लाख दीये जलाकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेगी। पिछले वर्ष अयोध्या में 5.50 लाख दीये जला कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। पर्यटन विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं और इसके लिए एजेंसियों से प्रस्ताव मांगे हैं।
राज्य सरकार ने 2017 से अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत की है। तब से लगातार सरकार तेल के दीये जलाने के अपने ही रिकार्ड को अगले वर्ष तोड़ती है। हर वर्ष सरकार विभिन्न विभागों के समन्वय से दीये जलवाती है लेकिन इस बार बाहरी एजेंसी को इसका जिम्मा सौंपा जाएगा। एजेंसी को इससे पहले तीन दिन तक इसका ट्रायल करना होगा। इसमें सात हजार से ज्यादा वालंटियर लगाए जाएंगे। चयनित एजेंसी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के अधिकारियों से संपर्क में रहना होगा।
पिछले वर्ष 5.50 लाख दीये जलाने के लिए 29 हजार लीटर तेल और 7.5 लाख किलो रुई का इस्तेमाल हुआ था। वहीं गोबर से बने एक लाख दीये भी यहां जलाएं गए थे। ये दीये राम की पैड़ी पर जलाए जाते हैं। वहीं दीपोत्सव के मौके पर पूरे अयोध्या में लाइटिंग की जाती है। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते डिजिटल दीयों के माध्यम से लोगों को जोड़ा गया था।