चीन और मालदीव के बीच रक्षा समझौता हुआ, जिसके तहत मालदीव को चीन की सेना हथियार और प्रशिक्षण देगी। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह समझौता द्वीप राष्ट्र मालदीव की स्वतंत्रता और स्वायतत्ता को मजबूत करेगा।
सैन्य सहायता समझौते पर हस्ताक्ष- मुइज्जू
मालदीप के राष्ट्रपति मुइज्जू ने चीन के अंतराष्ट्रीय सैन्य सहयोग कार्यालय के उप निदेशक मेजर जनरल झांग बाओकुन और चीन के निर्यात-आयात बैंक के अध्यक्ष रेन शेंगजुन से भी मुलाकात की। इससे पहले सोमवार को मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की थी कि चीन और मालदीव के बीच सैन्य सहायता समझौता पर हस्ताक्षर किया गया।
यह समझौता हमें बनाएगा मजबूत- मुइज्जू
गौरतलब है कि यह पहली बार है जब मालदीव ने चीन के साथ इस स्तर के सैन्य सहयोग के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। हालांकि इससे पहले चीन विशेष रूप से मालदीव के शहरी और आर्थिक विकास के लिए सहायता के लिए जाना जाता है। राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि हम रक्षा बलों को और मजबूत करने में सक्षम होंगे। ये चीजें इसलिए की जा रही हैं ताकि हम अपने पैरों पर खड़े हो सकें और हमें अपनी स्वायत्तता और आजादी मिल सके। इस बीच, राष्ट्रपति कार्यालय से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि रेन शेंगजुन ने मंगलवार सुबह मुइज्जू से शिष्टाचार मुलाकात की।
चीन-मालदीव के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करने पर जोर
मालदीव के राष्ट्रपति पद पर काबिज होने के बाद से मुइज्जू चीन और मालदीव के संबंधों को प्रगाढ़ करने पर जोर दे रहे हैं। बैठक के दौरान, निर्यात-आयात बैंक के अध्यक्ष ने चीन और मालदीव के बीच ऐतिहासिक संबंधों, सहयोग और पारस्परिक सम्मान पर जोर दिया और बेल्ट एंड रोड पहल में मालदीव की शीघ्र भागीदारी को भी स्वीकार किया। बयान में कहा गया है कि रेन ने मालदीव के साथ सकारात्मक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक्जिम चीन की तत्परता की पुष्टि की, जिसमें कहा गया कि मुइज्जू और रेन शेंगजुन ने भविष्य की प्रतिबद्धताओं के लिए नई प्रतिबद्धता के साथ बैठक का खत्म किया।