रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल असम जाएंगे। वह सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा निर्मित 12 सीमा सड़कों का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय रक्षा मंत्रालय द्वारा इसकी जानकारी दी गई है।
इससे पहले आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 10 राष्ट्रों के ग्रुप आसियान (ASEAN) और उसके कुछ साझेदारों के साथ बैठक की। कोरोना की वजह से ये बैठक वर्चुअल तरीके से की गई। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद और कट्टरता दुनिया में शांति एवं सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे हैं तथा इन चुनौतियों से निपटने के लिए सामूहिक दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
‘आसियान डिफेंस मिनिस्टर्स मीटिंग-प्लस’ (एडीएमएम-प्लस) में वर्चुअल संबोधन में सिंह ने पाकिस्तान का प्रत्यक्ष रूप से जिक्र किए बिना आतंकवाद को बढ़ावा देने, उसका समर्थन और वित्त पोषण करने तथा आतंकवादियों को शरण देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद और कट्टरता दुनिया के सामने शांति तथा सुरक्षा के लिए आज सबसे गंभीर खतरा है।’’ उन्होंने कहा कि वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) के सदस्य के तौर पर भारत वित्तीय आतंकवाद से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।