दिल्ली: नशे की लत के कारण इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बना चोर

नशे की लत और पैसों की कमी के कारण एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर चोर बन गया। इलेक्ट्रिक लॉक सिस्टम को खोलने में महारत होने की वजह से वह द्वारका इलाके में सेंधमारी की वारदात को अंजाम देने लगा। जिले की सेंधमारी निरोधक शाखा ने वारदातों की जांच के दौरान सीसीटीवी कैमरे और तकनीकी जांच के जरिए आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया। 

पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी से पांच मामले सुलझाने का दावा किया है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने पांच मोबाइल फोन, लैपटॉप और ईयर पॉड बरामद किया है। आरोपी की पहचान पटना बिहार निवासी अभिषेक के रूप में हुई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 11 जुलाई को बिंदापुर इलाके में एक शख्स ने अपने घर में चोरी होने की शिकायत की। 

उसने बताया कि उसके घर से आई फोन, लैपटॉप सहित अन्य सामान की चोरी हुई है। जिले की सेंधमारी निरोधक शाखा के निरीक्षक विवेक मंडोला के नेतृत्व में पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस टीम ने घटनास्थल के साथ-साथ आसपास के इलाकों और घटना के पहले या बाद में बदमाश के आने जाने के रास्ते के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। 

सीसीटीवी कैमरे में कैद बदमाश की पहचान के लिए मुखबिरों को जांच में शामिल किया गया। सीसीटीवी जांच में पुलिस को पता चला कि आरोपी इलेक्ट्रिक लॉकिंग सिस्टम खोलने में माहिर है। शिकायतकर्ता के फोन नंबर की तकनीकी जांच में पता चला कि आरोपी उसके सिम कार्ड को दूसरे मोबाइल में डालकर उसका इस्तेमाल कर रहा है। आरोपी ने जिस व्यक्ति से फोन पर बात की थी वह उसका मकान मालिक था। मकान मालिक से पूछताछ करने पर आरोपी की पहचान अभिषेक के रूप में हुई। वह मूलत: पटना बिहार का रहने वाला था। 

 पुलिस ने उसके ठिकाने पर दबिश दी, लेकिन वह फरार हो गया। शनिवार को पुलिस टीम को आरोपी के नवादा मेट्रो स्टेशन पर फोन बेचने के लिए आने की जानकारी मिली। पुलिस ने घेराबंदी कर स्कूटी से पहुंचे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके बैग से पांच मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और अन्य सामान मिले। 

कॉलेज में पढ़ाई के दौरान लगी नशे की लत 
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने साल 2013 में पुणे के एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए दाखिला लिया। पढ़ाई के दौरान उसे स्मैक और गांजे की लत लग गई। साल 2017 में उसने अपनी इंजीनियरिंग पूरी की। उसके बाद वह साल 2018 में एमबीए के लिए पुणे के ही एक कॉलेज में दाखिला लिया।साल 2020 में लॉकडाउन के कारण वह अपना एमबीए पूरा नहीं कर सका और बिहार चला गया। फिर साल 2022 में वह नोएडा आ गया और टेक महिंद्रा में तीन महीने की इंटर्नशिप की। उसके बाद बिहार चला गया। जून 2023 में फिर से अपनी इंटर्नशिप करने आया और नवादा दिल्ली में किराए पर एक कमरा लिया। स्मैक और गांजा की लत के कारण उसके पैसे तुरंत खत्म हो गए। इसके बाद आरोपी ने दिल्ली में रहने के लिए चोरियां करना शुरू कर दिया।

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