दिल्ली: टावरों से महंगे उपकरण चुराने वाले गिरोहर का पर्दाफाश, चार गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मोबाइल टावरों से अत्यधिक महंगी रेडियो रिमोट यूनिट (आरआरयू) चुराने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर सरगना पुनीत कुमार उर्फ बॉम्बे, परवीन राणा उर्फ सोनू ठाकुर, सुमित राणा और रिसीवर सलमान को गिरफ्तार किया है। गिरोह के बदमाश पुनीत बॉम्बे गैंग के नाम से भी जाने जाते थे। इनके खिलाफ दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 46 मामले दर्ज हैं।

अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त राकेश पावरिया के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में हाल में आरआरयू चुराने की घटनाओं को देखते हुए एसीपी पंकज अरोड़ा के नेतृत्व में इंस्पेक्टर सुनील कुमार कालखंडे, एसआई राजकिरण, एसआई सुभाष, एसआई बीरपाल सिंह व एएसआई सुदेश की टीम गठित की गई। 

सीसीटीवी फुटेज को खंगालने, मोबाइल के सीडीआर विश्लेषण व स्थानीय मुखबिरी से एसआई राजकिरण ने तीन आरोपियों की पहचान की। मोबाइल सीडीआर विश्लेषण से कंफर्म भी हो गया। टीम को 16 मार्च को मिले इनपुट के बाद तीन आरोपियों पुनीत कुमार, परवीन राणा और सुमित राणा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी कार से लोनी गोल चक्कर के रास्ते गाजियाबाद जा रहे थे।

इनसे पूछताछ के बाद रिसीवर सलमान को उसी दिन भी भोपुरा बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया गया।पूछताछ के दौरान आरोपी परवीन, पुनीत और सुमित ने खुलासा किया कि पहले वह उत्तर भारत के विभिन्न क्षेत्रों में मोबाइल टावर लगाने का काम करते थे। इस कारण उन्हें आरआरयू लगाने व हटाने का अच्छा ज्ञान था। आरआरयू की ऊंची कीमत और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी मांग से भी अच्छी तरह वाकिफ थे। समय के साथ आरआरयू के कुछ रिसीवर उनके संपर्क में आए और उनके प्रलोभन पर उन्होंने आरआरयू को चुराना शुरू कर दिया।

पहले भी दर्ज हैं मामले
आरोपी पुनीत पहले भी आरआरयू चोरी के 4 मामलों में शामिल रहा है। आरोपी परवीन लोनी, गाजियाबाद के एक आरआरयू चोरी के मामले में शामिल रहा है। आरोपी सुमित दिल्ली में आरआरयू चोरी के दो मामलों में शामिल है। सुमित पत्नी के साथ गाजियाबाद के लोनी के आर्य नगर स्थित 60 फुटा रोड पर रहता है। वह टावर इंस्टालेशन कंपनियों में तकनीशियन के रूप में काम कर रहा था। गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित नेरा तकिए वाली मस्जिद के पास पठानान मोहल्ला निवासी सलमान भाइयों के साथ मुरादनगर में कबाड़ी है। उसे मोबाइल टावर उपकरणों की अच्छी जानकारी है। 

ये है रेडियो रिमोट यूनिट 
रेडियो रिमोट यूनिट (आरआरयू) मोबाइल सेवा प्रदाताओं के मोबाइल टावर में स्थापित उपकरण है और इसका उपयोग दूरसंचार में ट्रांसीवर के रूप में किया जाता है, जो मोबाइल सिग्नल के प्रसारण/प्राप्त करने के कार्य को जोड़ता है।

बरामद सामान
आरोपियों के कब्जे से 96 लाख   रुपये के चार आरआरयू, हाईटेक हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर उपकरण, रस्सियां और अपराध में प्रयुक्त एक कार बरामद की गई है।

इतने मामले सुलझाए 
दिल्ली    34
गुरुग्राम    02
फरीदाबाद    03
गाजियाबाद    01
नोएडा    06

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