नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गाजियाबाद में नकली नोट छापने वाली यूनिट पर छापेमारी कर एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उससे छह लाख 72 हजार की नकली करेंसी बरामद की है। आरोपित 100 रुपये के नकली नोट को 30 रुपये में बेचता था।
पुलिस को उससे दो हजार, पांच सौ और दौ सो के नकली नोट मिले हैं। वह दिल्ली में नकली नोट सप्लाई करने के लिए आया था। तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। तमिलनाडु का रहने वाला है आरोपितप्रशांत उर्फ विराट मूलत तमिलनाडु के त्रिशूर जिले का रहने वाला है।
साल 2013 में वह दिल्ली आया और उसने एसी मैकेनिक के रूप में काम शुरू किया। साल 2015 में गाजियाबाद की सिहानी गेट थाना पुलिस ने प्रशांत को चोरी की बाइक सहित पकड़ा था। इस मामले में वह डासना जेल में बंद रहा था। वह अभी तक करीब पांच करोड़ रुपये की कीमत के नकली नोट छाप चुका है।
इन्हें वह दिल्ली सहित एनसीआर के अन्य हिस्सों में सप्लाई करता था। डासना जेल में सीखा नकली नोट बनाने वाला आरोपित प्रशांत को नकली नोट छापने के मामले में पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस का दावा है कि उसने गाजियाबाद में नकली नोट छापने का पूरा प्रिंटिंग सेटअप लगा रखा था। आरोपित 10वीं फेल है। प्रशांत ने बताया कि नकली नोट बनाने का तरीका उसने गाजियाबाद की डासना जेल में सीखा था।
ऐसे छापता था नकली नोट
आरोपी प्रशांत उर्फ विराट सफेद कागज पर नए नोट चिपका कर उन्हें स्कैन करता था। इसके बाद प्रिंटर से उसी साइज के नए नोट निकालता था। इन नोटों पर महात्मा गांधी का वाटर-मार्क छापने के लिए स्क्रीन प्रिंटिंग फ्रेम का उपयोग करता था। नोटों की कटिंग में असली वाले से कोई अंतर न हो, इसके लिए वह ट्रांसपेरेंट ग्लास स्लैब्स प्रयोग करता था। जबकि सुरक्षा धागा लगाने के लिए रंगीन वाली प्लास्टिक टेप काम में लाई जाती थी।
स्पेशल सेल के डीसीपी राजीव रंजन सिंह ने बताया दिल्ली-एनसीआर में नकली नोट छपने की सूचनाएं मिल रही थीं। इसके तहत छापेमारी कर प्रशांत उर्फ विराट को गिरफ्तार किया।
किराये के मकान में छाप रहा था नकली नोट
आरोपित नकली नोट गाजियाबाद के लोनी मिरजा गार्डन के पास किराये के मकान में छापता था। पुलिस ने कमरे से करीब 35 हजार सफेद कागज, प्रिंटर, कटर पेपर, सुरक्षा धागे के रूप में प्रयुक्त होने वाली रंगीन टेप भी बरामद की है।