दिल्ली: पुजारियों ने लगाया बोर्ड, मौलवियों को पेंशन तो हमें भी चाहिए

एमसीडी चुनाव बिगुल बजने के बीच एक मंदिर की प्रबंधन समितियों ने भी आम आदमी पार्टी को घेरने का अभियान शुरू किया है। समिति ने मंदिर के पुजारी व सहयोगी को हर माह वेतन देने की मांग की है। इतना ही नहीं, यह मांग पूरी नहीं होने तक मंदिर में मुख्यमंत्री व आप नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है। इस संबंध में एक होर्डिंग सोमवार को पश्चिम दिल्ली के तातारपुर स्थित शिव मंदिर प्रबंधक समिति ने मंदिर के बाहर लगाया है।

तातारपुर स्थित शिव मंदिर प्रबंधक समिति ने होर्डिंग लगाकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मंदिरों के पुजारियों व सहयोगियों को वेतन देने की मांग की है। समिति ने कहा है कि मुख्यमंत्री हर माह मस्जिदों के मौलवियों व मौजिन को 42 हजार रुपये वेतन देते है, उसी तरह वह मंदिरों के पुजारियों व सहयोगियों को वेतन दें। इसके अलावा होर्डिंग पर लिखा गया है कि यह मांग पूरी नहीं होने तक अरविंद केजरीवाल व आप नेताओं का इस मंदिर में प्रवेश मना है।

परवेश वर्मा ने उठाई मांग
भाजपा सांसद परवेश वर्मा ने सोमवार को मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारा ग्रन्थियों से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उन्हें वेतन देने के लिए कहा। भाजपा सांसद ने कहा कि जैसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मस्जिदों के मौलवियों को हर महीने 42,000 सैलरी में देते हैं वैसे ही मंदिर के पुजारियों व गुरुद्वारे के ग्रंथियों को भी सैलरी देना शुरू करें। आज सब लोग केजरीवाल को पत्र लिखें और तीन दिन का समय दें वर्ना केजरीवाल व इनके प्रत्याशियों का आना बंद कर दें।

भाजपा सांसद ने केजरीवाल को लिखा पत्र
भाजपा सांसद परवेश वर्मा ने ट्विटर पर बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिख कर यह मांग की है कि मस्जिदों के मौलवियों की तरह मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारा के ग्रंथियों को भी 42 हजार रुपए की तनख्वाह उपलब्ध कराई जाए। 

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