दिल्ली निवासी दिव्यांग महिला शुक्रवार को अपने दोस्त व परिवार के साथ एक नामी रेस्टोंरेंट में पहुंची, जहां पर उसे व्हीलचेयर के साथ अंदर जाने से मना कर दिया गया। कर्मचारी का कहना था कि व्यहीलचेयर अंदर जाने से अन्य लोग अहसहज महसूस करेंगे। इससे नाराज महिला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर यह वाकया ट्वीट कर दिया। इसके बाद कमिश्नरी की पुलिस ने रिट्वीट कर उससे शिकायत मांगी है और छानबीन कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया है।
रेस्टोंरेंट फाउंडेशन की ओर से भी इस मामले में माफी मांगते हुए पूरे प्रकरण की अपने स्तर पर जांच कराने और दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई है। डीसीपी पूर्वी मकसूद अहमद का कहना है कि महिला को रीट्वीट कर कहा गया है कि वह अपनी शिकायत दे, जिस पर आगे की कार्रवाई हो सके।
स्पष्ट कहा- व्हीलचेयर नहीं जाएगी अंदर
दिल्ली निवासी एक दिव्यांग महिला 11 फरवरी की रात को अपने दोस्त और उसके परिवार के साथ गुरुग्राम के एक नामी रेस्टोरेंट में गई थीं। काफी समय के बाद वह घर से बाहर निकलीं थीं। उनके दोस्त के बड़े भाई ने चार लोगों के लिए एक टेबल मांगी। डेस्क पर तैनात कर्मचारियों ने उनकी बात को नजरंदाज कर दिया। तीसरी बार जब उन्होंने पूछा तो कर्मचारियों ने जवाब दे दिया कि व्हीलचेयर अंदर नहीं जाएगी। महिला के साथ मौजूद लोगों ने कहा कि वह इसका प्रबंध कर लेंगे, बस एक टेबल बुक करें।
बाहर मेज लगाने का दिया विकल्प
इसके बाद रेस्टोरेंट कर्मियों ने जो कुछ कहा उसने कुछ देर के लिए सबको चौंका दिया। कर्मचारी ने कहा कि अंदर ग्राहक परेशान होंगे। ये कह कर उसने प्रवेश देने से मना कर दिया। काफी देर इस पर गहमागहमी हुई तो कर्मचारी ने बाहर एक टेबल लगाने के लिए कहा। बाहर बैठना हास्यास्पद था। ठंड हो रही थी और वह ठंड में ज्यादा देर तक बाहर नहीं बैठ सकती थीं। इससे उनके शरीर में ऐंठन हो जाती है। यह सचमुच उनके लिए असुरक्षित था। उनका सवाल है कि वह उन्हें बाहर ही क्यों बैठाना चाहते थे, बाकी सब से अलग। इसी पर महिला ने पूरा घटनाक्रम बताते हुए ट्वीट कर दिया।