दिल्ली पुलिस ने सोमवार को एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़ किया। यह समूह लोगों के अवैध डाक्यूमेंट बनाकर उन्हें यूरोपीय देशों में भेजता था। पुलिस ने इस मामले में चार बांग्लादेशी नागरिक समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने फर्जी वर्क परमिट बनवा रखा था। वह सभी को डंकी रूट से यात्रियों को विदेश भेजने का काम करते थे, जिसके लिए प्रत्येक यात्री 15 लाख रुपये वसूलते थे।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अचिन गर्ग के अनुसार, रैकेट का भंडाफोड़ करने की कड़ी चार जनवरी को बांग्लादेशी नागरिकों मोहम्मद अनवर काजी (22) और मोहम्मद खोलिलुर रहमान (22) की गिरफ्तारी के साथ शुरू हुई। काजी और रहमान की गिरफ्तारी के बाद अली अकबर, मोहम्मद इब्राहिम, मोहम्मद मुदस्सिर खान, बरेंद्र आर्य, धीरज बिश्नोई, गौरव गुलाठी और मोहम्मद यूनुस को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने कहा कि अली अकबर और यूनुस खान भी बांग्लादेशी नागरिक हैं और वे दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे थे। ‘डंकी’ मार्ग विदेश जाने का एक अवैध रास्ता है। इसका उपयोग देशों में अनधिकृत प्रवेश के लिए किया जाता है।