करौली हिंसा पर बोले डीजीपी: जुलूस में चल रहे गाने आपत्तिजनक थे, जिसकी वजह से पथराव हुआ

करौली में दौ अप्रैल को भड़की हिंसा को लेकर महानिदेशक पुलिस (डीजीपी) एमएल लाठर का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाके में रैली में शामिल लोगों ने उत्तेजनापूर्ण नारेबाजी की। इससे बाद रैली में शामिल लोगों, पुलिस जवानों पर आसपास के मकानों और दुकानों से भारी पथराव शुरू हो गया। करीब 100-150 लोगों ने लाठी और डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में 11 स्थानीय व्यक्तियों के साथ आठ पुलिस कर्मी घायल हो गए थे।

डीजे का प्रयोग करने की नहीं थी अनुमति 
डीजीपी लाठर ने बताया कि नव वर्ष पर बाइक रैली निकालने के लिए संयोजक नीरज कुमार के आवेदन पर उपखंड मजिस्ट्रेट करौली ने दो अप्रैल को ही रैली निकालने की सशर्त अनुमति दी थी। इन शर्तों में डीजे, लाउडस्पीकर, भड़काऊ नारेबाजी और किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रयोग करने की अनुमति नहीं थी। जिला पुलिस अधीक्षक करौली ने शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक पुलिस प्रबंध भी किया था। प्रस्तावित रैली को लेकर स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने शांति समिति की बैठक भी की थी। 

रैली के साथ मौजूद थे अफसर और कर्मचारी 
उन्होंने कहा कि दो अप्रैल शाम चार करीब 200-215 मोटर साइकिलों पर 400 व्यक्ति कलेक्ट्रेट सर्किल से रैली के रूप में रवाना हुए। रैली के आगे थानाधिकारी करौली, पुलिस निरीक्षक रामेश्वर दयाल पुलिस जवानों के साथ तैनात थे। इस दौरान वीडियो ग्राफी भी की जा रही थी। रैली के पीछे थानाधिकारी सदर, उपनिरीक्षक अमित शर्मा मय जाप्ता चल रहे थे। साथ ही अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

100 से 150 लोगों ने लाठी-डंडों से किया हमला 
डीजीपी के अनुसार बाइक रैली के आगे चल हरे डीजे में हिंदू संगठनों के गाने चल रहे थे। रैली हाथीघटा, गुलाबबाग सर्किल, हिंडौनगेट, तांबे की टोरी, हटरिया, फूटाकोट होते हुए ढलान से उतरकर हटवाड़ा रोड पर बांस-बल्लियों की दुकानों और मणियारों की मस्जिद के पास पहुंची। अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाके में रैली में शामिल लोगों ने उत्तेजनापूर्ण नारेबाजी की। इस दौरान बाइक रैली में शामिल लोगों और पुलिस जाप्ता पर आसपास के मकानों व दुकानों से भारी पथराव शुरू हो गया। करीब 100-150 लोगों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इसमें 11 स्थानीय लोगों के साथ आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।

80 लोगों की संपत्ति को नुकसान, सरकार देगी मुआवजा  
डीजीपी लाठर ने कहा कि घटना के संबंध में थाना कोतवाली ने 105 असामाजिक तत्वों को में गिरफ्तार किया है। 10 एफआईआर में लिप्त उपद्रवियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आगजनी और तोड़फोड़ से दोनों पक्षों के करीब 80 से अधिक लोगों की संपत्ति को नुकसान हुआ है। इसका आंकलन कर सरकार द्वारा मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है। 

सोशल मीडिया पर झूठे वीडियो किए जा रहे पोस्ट 
एमएल लाठर ने बताया कि राजस्थान पुलिस सोशल मीडिया पर भ्रामक और झूंठी सूचनाएं फैलाकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी नजर बनाए हुए है। ऐसी घटनाओं का खंडन करने के साथ ही भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर केस दर्ज किया गया है। कुछ व्यक्तियों ने तीन साल पुराने तेलगांना के वीडिया को राजस्थान का होने का दावा कर सोशल मीडिया पर प्रचारित किया था। इसी तरह उत्तर प्रदेश के एक वीडियो को करौली का बताया जा रहा था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here