उत्तरी दिल्ली नगर निगम के हिंदूराव अस्पताल में कुछ दिनों से चल रहे डाक्टरों के विरोध-प्रदर्शन का असर अब स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी पड़ सकता है। आज स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रशासन को 48 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है। चार महीने से वेतन न मिलने पर हिंदू राव अस्पताल की रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को पत्र लिखकर इस संबंध में तत्काल ठोस कदम उठाने की मांग की है।
RDA का कहना है कि कोरोना महामारी के इस संकट में अपनी जान जोखिम में डालकर सेवाएं दे रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों को चार महीने से वेतन नहीं मिला है। ऐसे में उन्हें परिवार चलाने में अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। RDA ने कहा कि अगर चार महीनों का बकाया वेतन उन्हें जल्द नहीं मिला तो हिंदू राव अस्पताल के डॉक्टर अगले 48 घंटे में कोरोना वार्ड से भी अपनी सेवाएं समाप्त कर देंगे और उनका प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहेगा।
हिंदूराव अस्पताल में बीते कई दिनों से चल रहे प्रदर्शन का असर अब राजधानी के अन्य अस्पतालों में भी दिखाई दे सकता है। जानकारी के अनुसार दिल्ली के अन्य सरकारी अस्पतालों में मौजूद रेजीडेंट डॉक्टरों के संगठन निगम व दिल्ली सरकार को पत्र लिख तत्काल वेतन दिलाने की मांग कर चुके हैं। एम्स दिल्ली के रेजीडेंट डॉक्टरों ने भी एक दिन पहले पत्र लिखा था लेकिन अब तक उनकी सुनवाई नहीं हुई है। ऐसे में चर्चा है कि आने वाले दिनों में रेजीडेंट डॉक्टर अपने अपने अस्पतालों में भी प्रदर्शन कर सकते हैं।
बता दें कि पिछले कई दिनों से सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक डॉक्टर, नर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। अलग-अलग अस्पतालों के आरडीए भी पत्र लिखकर वेतन देने की मांग कर चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई, इसीलिए अब डॉक्टरों ने प्रतीकात्मक तौर पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है।