केजरीवाल पर नितिन गडकरी का निशाना-आंदोलन का राजनीतिकरण ना करें

सोशल मीडिया पर आया किसान एकता मोर्चा

किसान प्रोटेस्ट की जानकारी देने के लिए अब किसान एकता मोर्चा ने ट्विटर अकाउंट बनाया है. कल ऐक्ट्रेस स्वरा भास्कर सिंघु बॉर्डर पहुंची थीं. उन्होंने इसके ट्विटर अकाउंट को फॉलो करने की गुजारिश की.

किसान आंदोलन पर बोले नितिन गडकरी

नितिन गडकरी ने कहा कि नए कृषि कानूनों से किसानों को फायदा होगा. गडकरी ने दोहराया कि बातचीत से रास्ता निकलेगा और सरकार इसके लिए तैयार है. गडकरी ने राहुल गांधी पर निशाना साधा. वह बोले कि आंदोलन को गुमराह करने की कोशिश हो रही है. उन्होंने विपक्ष से कहा कि गरीब, मजदूरों पर राजनीति ना करें. वहीं केजरीवाल के लिए उन्होंने कहा कि आंदोलन का राजनीतिकरण ना करें. बता दें कि केजरीवाल ने कल विधानसभा में कृषि कानूनों की कॉपियां फाड़ी थीं.

राहुल गांधी ने पूछा – और कितने अन्नदाताओं की कुर्बानी?

राहुल गांधी ने आज ट्वीट किया है. इसमें लिखा है कि और कितने अन्नदाताओं को कुर्बानी देनी होगी? कृषि विरोधी कानून कब ख़त्म किए जाएंगे? यहां राहुल गांधी ने कृषि आंदोलन के दौरान अलग-अलग वजहों से जान गंवानेवाले लोगों की तस्वीरों वाली एक अखबार की कटिंग शेयर की है.

कमेटी से नहीं निकलेगा समाधान: किसान नेता

कमेटी बनाना समस्या का हल नहीं है, पहले भी किसानों ने छोटी कमेटी बनाने से इनकार किया था. कृषि मंत्री ने कल जो चिट्ठी लिखी है वो देश को भ्रमित करने वाली है, उसमें कुछ नया नहीं है. कुछ नया होता तो हम उस पर टिप्पणी करते: श्रवण सिंह पंढेर, किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव

पुडुचेरी में भी किसानों के लिए उपवास

पुडुचेरी के सीएम नारायणसामी ने बताया कि यूपीए से घटक कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआईएम, एमडीएमके, डीएसके और अन्य पार्टियां किसानों के समर्थन में एक दिन का उपवास कर रहे हैं. बता दें कि ऐसा ही उपवास तमिलनाडु में डीएमके भी कर रही है.

‘असली’ किसान होने का ऐसे दिया जा रहा प्रमाण

कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले 23 दिनों से दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं. इसमें से कुछ किसानों ने अपने विरोध का तरीका बदल भी बदल लिया है. नेशनल हाईवे 24 के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने हाइवे के बीच में बने डिवाइडर पर पथरीली मिट्टी को समतल करके धनिया, मिर्ची और मूली जैसी हरी सब्जियां बोने का काम शुरू कर दिया है.

किसानों का कहना है कि हमारे असली किसान होने पर सवाल उठाए जा रहे हैं हमने यहां खेती शुरू कर उनको जवाब देने का काम किया है, हम अगर लंबे समय तक रहेंगे तो ये सब्जियां खाएंगे, चले भी गए तो यहां के लोग खाएंगे, खेती करना किसानों का कर्म है हम जहां भी रहेंगे करते रहें.

कल सिंघु बॉर्डर गई थीं स्वरा भास्कर

ऐक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने कल सिंघु बॉर्डर पहुंचकर किसानों को समर्थन दिया. उन्होंने किसान एकता मोर्चा को सोशल मीडिया पर फॉलो करने की अपील भी की है.

सुप्रीम कोर्ट की कमेटी में नहीं रखते यकीन: किसान नेता

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के दयाल सिंह ने बताया, “सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है उसमें हम यकीन नहीं रखते. अगर सरकार बातचीत करके काले कानून वापस लेती है तो ठीक, नहीं तो हम ये मोर्चा नहीं छोड़ेंगे.”

ठंड से बचने को और टेंट लगा रहे किसान

ठंड से बचने के लिए सिंघु बॉर्डर पर किसान और टेंट लगा रहे हैं. इसके लिए तैयारी कर रहे किसान ने कहा कि हम लोग लंबा रुकने की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि कानूनों के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहने वाली है.

साइकल पर सवार होकर बिहार से दिल्ली आया 60 साल का शख्स

किसानों का समर्थन करने के लिए एक 60 साल का शख्स बिहार के सिवान से दिल्ली के टीकरी बॉर्डर पहुंचा. सत्यदेव मांझी नाम के उस शख्स ने कहा कि उसे वहां पहुंचने में 11 दिन लगे हैं. उन्होंने किसानों का समर्थन करते हुए कृषि बिलों को वापस लेने की मांग की.

तमिलनाडु में DMK नेताओं का एक दिन का उपवास

तमिलनाडु में डीएमके और उसके सहयोगी दलों के नेताओं ने आज चेन्नई में एक दिन का उपवास रखा है. ऐसा कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में किया गया है.

कृषि कानूनों को खत्म करें पीएम मोदी – किसान

सिंघु बॉर्डर पर मौजूद भारतीय किसान मोर्चा के दयाल सिंह बोले – पीएम मोदी को किसानों से बात करके कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए. हम कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी लड़ाई को ऐसे खत्म नहीं करेंगे.

हरियाणा के ये बॉर्डर खुले

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक हरियाणा के लिए झरोदा (केवल सिंगल रोड), दौराला, कापसहेड़ा, बडुसराय, राजोकरी एनएच 8, बिजवासन/बजघेरा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं.

चिल्ला बॉर्डर एक तरफ से खुला

दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाला चिल्ला बॉर्डर फिलहाल एक तरफ से खुला है. मतलब आप उससे दिल्ली की तरफ से नोएडा जा सकते हैं. लेकिन नोएडा से दिल्ली आने के लिए रास्ता किसानों ने ब्लॉक किया हुआ है. इस वजह से आपको न्यू अशोक नगर या डीएनडी से घूमकर आना होगा.

सिंघु-टीकरी बॉर्डर बंद

सिंघु, औचंदी, पियाउ मनियारी और मंगेश बॉर्डर बंद हैं. लोगों को लामपुर, सफियाबाद, सबोली और सिंघु स्कूल टोल टैक्स बॉर्डर के माध्यम से वैकल्पिक मार्ग लेने की सलाह दी गई है. मुकरबा और जीटीके रोड से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है. बाहरी रिंग रोड, जीटीके रोड और नेशनल हाईवे 44 से बचने को कहा गया है. वहीं टीकरी और धनसा बॉर्डर किसी भी ट्रैफिक मूवमेंट के लिए बंद हैं. वहीं झटीकरा बॉर्डर केवल दो पहिया और पैदल चलने वालों के लिए खुला है.

गाजीपुर बॉर्डर बंद

किसान आंदोलन की वजह से गाजीपुर बॉर्डर को फिलहाल गाजियाबाद से दिल्ली की तरफ आने वाले ट्रैफिक के लिए बंद रखा गया है. लोगों को दिल्ली आने के लिए आनंद विहार, डीएनडी, चिल्ला, अपसरा और भोपुरा बॉर्डर लेने को कहा गया है.

दोपहर 2 बजे किसानों को संबोधित करेंगे पीएम मोदी

कृषि कानूनों के खिलाफ तीन हफ्ते से जारी आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को 2 बजे मध्यप्रदेश के किसानों के साथ संवाद करेंगे. इसी कार्यक्रम में करीब दो हजार पशु और मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए जाएंगे. इस दौरान 35 लाख किसानों के बीच फसल हानि की भरपाई के मद में 1,600 करोड़ रुपये वितरित किए जाएंगे. इस वर्चुअल संवाद के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है. राज्य के 23 हजार ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण किया जाएगा.

केजरीवाल किसानों का अपमान ना करें: हरसिमरत कौर

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को विधानसभा में कृषि कानूनों (Farm Bills) की प्रतियां को फाड़ा. इसपर पूर्व केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने तंज कसा है. हरसिमरत कौर ने इसे ‘घटिया नाटक’ कहा. गुरुवार को हरसिमरत ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार कृषि से जुड़े केन्द्र सरकार के कानूनों में से एक को अधिसूचित करने वाली सरकारों में अव्वल थी

कृषि मंत्री तोमर ने कल किसानों को लिखा पत्र

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को प्रदर्शनकारी किसानों (Farmers) के नाम एक पत्र (Letter) लिखा. उन्होंने यह पत्र अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. तोमर ने लिखा, “सभी किसान भाइयों और बहनों से मेरा आग्रह! “सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास” के मंत्र पर चलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने बिना भेदभाव सभी का हित करने का प्रयास किया है. विगत 6 वर्षों का इतिहास इसका साक्षी है.”

कल हुई सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई की अहम बातें

-शांतिपूर्ण प्रदर्शन किसानों का हक है, कानून के खिलाफ प्रदर्शन उनका अधिकार
-प्रदर्शन से किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए.
-कोर्ट बस यह चाहता है कि किसान अपने प्रदर्शन का तरीका बदलें
-हम विवाद को सुलझाने के लिए कमेटी बनाएंगे, पी साईनाथ का नाम सुझाया
-कोर्ट ने सुझाव दिया कि कानूनों को फिलहाल लागू ना किया जाए, इस बीच किसानों से बातचीत की जाए.

संत राम सिंह का अंतिम संस्कार आज

कृषि कानून के खिलाफ जारी आंदोलन के समर्थन में आत्महत्या करने वाले संत बाबा राम सिंह का अंतिम संस्कार शुक्रवार यानी आज होगा. इससे पहले करनाल के सिंगड़ा में उनके अंतिम दर्शन करने के लिए लोग पहुंच रहे हैं. गुरुवार सुबह अकाली दल नेता सुखबीर बादल भी बाबा राम सिंह के गुरुद्वारे पहुंचे.

पीएम मोदी आज कृषि कानूनों पर मध्यप्रदेश के किसानों से करेंगे संवाद 

कृषि कानूनों के खिलाफ तीन हफ्ते से जारी आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मध्यप्रदेश के किसानों के साथ संवाद करेंगे. इसी कार्यक्रम में करीब दो हजार पशु और मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए जाएंगे. इस दौरान 35 लाख किसानों के बीच फसल हानि की भरपाई के मद में 1,600 करोड़ रुपये वितरित किए जाएंगे. इस वर्चुअल संवाद के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है. राज्य के 23 हजार ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण किया जाएगा.

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा – तेजी पकड़ा रहा आंदोलन

दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के आंदोलन का आज 23वां दिन है. किसानों ने कहा है कि आंदोलन अब और तेजी पकड़ रहा है. सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की कल हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस की अहम बातें –
– हमारा आंदोलन अब तेजी पकड़ रहा है.

– 20 तारीख को गांव और कस्बे के लेवल पर हम श्रद्धांजलि देंगे.

– चिल्ला बॉर्डर पर हमारे संयुक्त किसान मोर्चा के लोगों पर लाठीचार्ज हुआ है.

– मध्यप्रदेश के किसानों को रोका जा रहा है. हम इसकी निंदा करते हैं.

– हम सरकार को बोलते हैं, इसे रोके वर्ना माकूल जवाब देंगे.

– बीजेपी हमारे आंदोलन को बदनाम कर रही है.

– हम शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here