मुख्तार के सांसद भाई अफजाल से ईडी ने की पूछताछ

बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ दर्ज मनी लांड्रिंग केस की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तेज कर दी है। जांच एजेंसी के अफसरों ने माफिया के भाई गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी से सोमवार को आठ घंटे तक पूछताछ की। उनसे उनकी संपत्तियों व आय के स्रोत के संबंध में जानकारी हासिल की। पूछा कि जिन फर्मों से उनके पास रकम का लेनदेन हुआ, उनसे उनके किस तरह के संबंध हैं। पूछताछ के बाद रात करीब 8.30 बजे वह ईडी दफ्तर से रवाना हो गए।

अफजाल सुबह करीब 12 बजे ईडी प्रयागराज इकाई के सिविल लाइंस स्थित दफ्तर में पहुंचे। यहां कुछ देर बाद ईडी अफसरों की एक टीम ने उनसे पूछताछ शुरू की। उनसे एक-एक कर उनकी संपत्तियों के बारे में जानकारी हासिल की गई। इसके बाद उनसे इन संपत्तियों को बनाने के दौरान आय के  स्रोत के बारे में सवाल पूछे गए। अफसरों ने अलग-अलग उनसे विधायक निधि व अन्य के संबंध में भी जानकारी ली।

दोपहर 12 बजे पहुंचे और साढ़े आठ बजे रात निकले
करीब 12 बजे से शुरू हुई पूछताछ रात करीब आठ बजे तक चलती रही। इसके बाद 8.30 बजे के करीब अफजाल ईडी दफ्तर से बाहर निकले और फिर रवाना हो गए। इससे पहले अफजाल से 2011 से लेकर 2021 तक का आयकर रिटर्न विवरण भी ईडी अफसरों ने लिया। गौरतलब है कि मुख्तार पर पिछले साल जुलाई में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद नवंबर में ईडी की टीम ने बांदा जेल में जाकर पूछताछ करते हुए उसका बयान भी दर्ज किया था।

मऊ और लखनऊ में दर्ज हैं मामले

मनी लांड्रिंग का यह केस माफिया पर मऊ व लखनऊ जनपद में पूर्व में दर्ज तीन मुकदमों को आधार बनाते हुए लिखा गया था। इनमें से पिछले साल उसके खिलाफ  जनपद मऊ में धोखाधड़ी कर विधायक निधि निकालने व अन्य आरोप में केस दर्ज कराया गया था। इससे पहले 2020 में धोखाधड़ी करते हुए जाली दस्तावेज तैयार कर सरकारी जमीन पर कब्जा करने का भी मुकदमा उस पर दर्ज हुआ था। इसी तरह लखनऊ में भी धोखाधड़ी कर संपत्ति अर्जित करने के मामले में उस पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।

इसलिए हुई पूछताछ
सूत्रों का कहना है कि मनी लांड्रिंग केस की जांच में जुटे अफसरों को कुछ ऐसी फर्मोे के बारे में पता चला था, जिनसे मुख्तार ही नहीं बल्कि अफजाल की कंपनियों में भी लेनदेन हुआ। यही वजह थी कि ईडी ने पूछताछ के लिए अफजाल को भी बुलाया। उनसे पूछा कि जिन फर्मों से मुख्तार को रुपयों का लेनदेन हुआ, उनसे उनकी कंपनियों के किस तरह के रिश्ते थे। यही नहीं उनसे कब और कितना लेनदेन हुआ और क्यों हुआ, इस संबंध में भी पूछताछ की गई।

दोनों बेटे भी पहुंचे, लेकिन नहीं हो सकी पूछताछ
सांसद अफजाल के साथ ही मुख्तार के दोनों बेटे अब्बास व उमर सोमवार को भी अफसरों के सामने पेश हुए, लेकिन उनसे पूछताछ नहीं हो सकी। सूत्रों का कहना है कि मनी लांड्रिंग केस में जांच में जुटी ईडी की ओर से पूछताछ के लिए मुख्तार के दोनों बेटों को भी नोटिस जारी किया गया था। 

माफिया अतीक अहमद की भी संपत्ति है चिन्हित
पिछले साल ईडी ने मुख्तार के सात बैंक खाते भी चिह्नित किए थे। इसी दौरान माफिया अतीक अहमद के भी 12 खाते ईडी ने चिह्नित किए थे। सूत्रों का कहना है कि भाजपा विधायक की हत्या समेत कुल 49 मुकदमों के आरोपी मुख्तार का साम्राज्य पूर्वांचल के कई जिलों में फैला हुआ है।

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