राजस्थान में जल जीवन मिशन घोटालों को लेकर ईडी की टीम की छापामार कार्रवाई देर रात खत्म हुई। ईडी ने जयपुर और दौसा में शनिवार को छापा मारा था। ये छापा जलदाय विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी सुबोध अग्रवाल (IAS) समेत कई अधिकारियों के आवास और कार्यालय समेत 6 से ज्यादा ठिकानों पर मारा गया था।
इस दौरान ईडी की टीम ने 48 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी, 1.73 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस समेत 2.21 करोड़ रुपये, संपत्ति के दस्तावेज, डिजिटल उपकरणों सहित आपत्तिजनक दस्तावेजों को जब्त कर किया है। जल जीवन मिशन घोटालों में अब तक 11.03 करोड़ रुपये और सोना-चांदी जब्त किया है। जानकारी के अनुसार ईडी की टीम सुबोध अग्रवाल समेत अन्य अधिकारियों को पूछताछ के लिए जल्द ही दिल्ली बुला सकती है।
18 घंटे चली ईडी की कार्रवाई
ईडी की टीम ने शुक्रवार सुबह छह बजे संदिग्धों के ठिकानों पर छापा मारा था। इसके बाद शुरू हुई कार्रवाई देर रात 12 बजे तक चली। 18 घंटे की इस कार्रवाई में टीम ने जो दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए वह उन्हें अपने साथ दिल्ली ले गई हैं। जहां उनकी जांच की जाएगी।
जानिए क्या है मामला?
जल जीवन मिशन के तहत सभी ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की व्यवस्था होनी थी। इस पर केंद्र और राज्य सरकार को 50-50 फीसदी खर्च करना था। योजना के तहत पानी के लिए डीआई डक्टर आयरन पाइपलाइन डाली जानी थी, लेकिन एचडीपीई की पाइपलाइन डाल दी गई। पुरानी पाइपलाइन को नया बता कर भुगतान करा लिया गया। साथ ही कई जगह पाइपलाइन है ही नहीं। इसी तरह के कई अन्य काम भी कागजों पर दिखाकर पैसा ले लिया गया।