चुनावी दांव: सपा या भाजपा किसकी होगी जीत? वकीलों ने दो-दो लाख रुपये की लगाई शर्त

बदायूं लोकसभा क्षेत्र में सात मई को मतदान होना है। ऐसे में सियासी सरगर्मियां चरम पर हैं। राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशी के प्रचार में पूरी ताकत झोंकी। अब फैसला जनता के हाथ में है। नतीजे चार जून को आएंगे, लेकिन समर्थक अभी से ही हार जीत के दावों पर तगड़ा दांव लगा रहे हैं। चुनावी हार-जीत पर शर्त लगाने का हैरान करने वाला मामला भी सामने आया है। इसका अनुबंध पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

बदायूं में चुनाव नतीजे को लेकर दो अधिवक्ताओं ने बाकायदा लिखापढ़ी में दो-दो लाख रुपये का अनुबंध किया है। भाजपा और सपा प्रत्याशी के हार-जीत पर लगाई गई शर्त का यह अनुबंध पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दस रुपये के स्टांप पेपर पर बाकायदा गवाहों के नाम के साथ किए गए अनुबंध पत्र में अधिवक्ता दिवाकर वर्मा ने भाजपा के प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य की जीत का दावा किया है। 

दूसरे अधिवक्ता सतेंद्र पाल सिंह ने सपा के आदित्य यादव की जीत का दावा किया है। इसे लेकर दोनों अधिवक्ताओं ने शर्त लगाई है। अनुबंध पत्र के मुताबिक जिसका दावा सही निकला वह शर्त जीतेगा और दो लाख रुपये हारने वाले को देने होंगे। हार-जीत के अनुबंध के गवाह भी अधिवक्ता हैं। जीत की रकम का लेनदेन 15 दिन के अंदर होगा। अनुबंध पत्र में यह भी लिखा गया है कि अगर चुनाव में किसी तरह की धांधलेबाजी होती है तो यह अनुबंध पत्र स्वत: निरस्त हो जाएगा। 

तीसरे चरण में होना है मतदान 
बदायूं लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में सात मई को मतदान है। बदायूं से कुल 11 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। बात करें प्रमुख दलों की तो भाजपा ने दुर्विजय सिंह शाक्य को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, सपा ने शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव पर दांव लगाया है। बसपा ने पूर्व विधायक मुस्लिम खां को टिकट दिया है। 11 उम्मीदवारों में जिले के मतदाता किसे अपना सांसद चुनेंगे, इसका फैसला चार जून को सामने आएगा। 

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