इटावाः दिल्ली से कानपुर जा रही मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त, 1 की मौत, कई घायल

यूपी के इटावा जिले में एक मालगाड़ी के पटरी से उतरने की वजह से बड़ा हादसा हो गया. इस हादसे में एक बच्‍चे की मौत हो गई वहीं 3 तीन लोग घायल हुए हैं. बच्‍चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. वहीं तीनों घायलों तो इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है. यह दुर्घटना डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर रेल मार्ग पर आज शाम 5.30 बजे हुई. हादसा इतना भीषण था कि रेलवे लाइन के किनारे लगी रेलवे की पावर सप्लाई की लाइन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. इस हादसे में रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की भी आशंका जताई जा रही है.

चूने के पत्थर (Limestione) से लदी मालगाड़ी बोकार स्टील प्लांट झारखंड जा रही थी. तभी इसकी कई बाोगियां वैदपुरा थाना क्षेत्र के महोला गांव के पास पटरी से उतर गईं. घटना की खबर मिलते ही पुलिस (UP Police) और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गए. जिसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया. चूने के पत्थर से लदी मालगाड़ी की 58 बोगियां झारखंड के बोकारो स्टील प्लांट का कंसाइमेंट लेकर जा रही थीं. रास्ते में 44 बोगियां पटरी से नीचे उतर गईं. इस घटना में वहां मौजूद 14 साल के लड़के की मौत हो गई.

25 फीट गहरे गड्ढे में पलटी मालगाड़ी की बोगी

वहीं सचिन दिवाकर, अनुराग, गौरव और सुमन नाम के लोग घायल हो गए. रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया. पुलिस के मुताबिक मालगाड़ी की एक बोगी 25 फीट गहरे गड्ढे के पास पलट गई. वहीं भेड़ों को चरा रहे 14 साल के बच्चे की मौत हो गई. इस हादसे के बाद रेल सेवा काफी देर के लिए बाघित रही. उसके पास स्पेशल क्रेन बुलवाकर बोगियों को रास्ते से हटाने का काम शुरू किया गया है.

इटावा में पिछले 28 दिनों में दूसरा एक्सीडेंट

सीनियर डीएफसी ऑफिसर नीरज वर्मा ने बताया कि कार्गो जैसलमेर के सोनू रेलवे स्टेशन से बोकारो स्टील प्लांट जा रहा था. गनीमत ये रही कि इस घटना में ट्रेन स्टाफ घायल नहीं हुआ. क्रेन मौके पर पहुंच गई. ट्रेक खाली करने में 24 से 48 घंटे का समय लगेगा. बताया जा रहा है कि इटावा जिले में पिछले 28 दिनों में यह दूसरा एक्सीडेंट है. इससे पहले 23 अगस्त को 17 बोगियां जसवंतनगर के पास पलट गईं थीं.

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