दिल्ली-एनसीआर में 20 जगह चल रहीं थी फैक्ट्रियां, ऐसे तैयार करते थे नकली मसाले

राजधानी दिल्ली में मिलावटी मसालों के एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके में सड़े हुए चावल, लकड़ी के बुरादे व केमिकल से तैयार मसालों की दो फैक्ट्रियों पर छापा। पुलिस ने छापेमारी के दौरान आरोपियों के पास से 15 हजार किलो मिलावटी मसाले और कच्चा माल बरामद किए हैं। आरोपियों की पहचान करावल नगर निवासी दिलीप सिंह उर्फ बंटी (46), मुस्तफाबाद निवासी सरफराज (32) और सप्लायर लोनी निवासी खुर्शीद मलिक (42) के रूप में हुई।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मिलावटी मसालों का खुलासा होने के बाद खारी बावली, सदर बाजार और पुल मिठाई एरिया में हड़कंप मच गया। फूड और सेफ्टी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दुकानदारों की मौजूदगी में ही सैंपल लिया जा सकता है। आरोपी खारी बावली, सदर बाजार, पुल मिठाई, लोनी के अलावा लगभग पूरे एनसीआर और अन्य राज्यों में मिलावटी मसालों की सप्लाई कर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे थे।

ऐसे तैयार करते थे मसाले

1. अमचूर पाउडर: सड़े हुए चावल, जामुन, लकड़ी का बुरादा, साइट्रिक एसिड के अलावा कई अन्य केमिकल व मिट्टी मिलाकर इन्हें पीसा जाता था। बाद में बड़े-बड़े कट्टों में डालकर बेच दिया जाता था।

2. मिर्च पाउडर: खराब मिर्च, मिर्च के डंटल, सड़े हुए चावल, कलर और कुछ अन्य केमिकल मिलाकर मिर्च पाउडर तैयार किया जाता था। बाद में इनको 50-50 किलो के कट्टों में भरकर बाजार में भेजा जाता था।

3. धनिया पाउडर : बेहद खराब क्वालिटी के 10 फीसदी असली धनिया में लकड़ी का बुरादा, सड़ा हुआ बाजरा, चोकर व केमिकल मिलाकर धनिया पाउडर बना दिया जाता था।

4. गर्म मसाला: यूकलिप्टस के पत्ते, सड़े हुए जामुन, काली मिर्च की भूसी, जीरे की डंडी, लौंग की डंडी, पॉलिश, चोकर व कुछ पेड़ों की छाल का इस्तेमाल किया जाता था।

5. हल्दी पाउडर: सड़ी हुई हल्दी, सड़े हुए चावल, मिट्टी, सड़का हुआ बाजरा, कलर और केमिकल की मदद से हल्दी पाउडर तैयार किया जाता था।

नकली मसालों से बचने के लिए बरतें ये सावधानियां

1. कोशिश करें कि साबुत मसाले लाकर घर में ही ग्राइंडर या सिल बट्टे पर पीस लें। ऐसा करने से मिलावट का खतरा खत्म हो जाता है।

2. यदि आप साबुत मसाले लाकर बाहर चक्की पर पिसवाते हैं तो कोशिश करें कि सामने देखते रहें।

3. किसी बड़े ब्रांड के मसाले खरीदें। इनमें मिलावट की संभावना कम रहती है।

4. कभी बाजार से खुले मसाले न खरीदें। इनमें सबसे ज्यादा मिलावट होती है।
 

लकड़ी के बुरादे व सड़े हुए चावल से बना रहे थे मसाले
सड़े हुए चावल, बाजरा, नारियल, जामुन, लकड़ी का बुरादा, चोकर, कई पेड़ों की छाल, केमिकल, रंग आदि से मसाले तैयार किए जा रहे थे। इन मसालों को 50-50 किलो के बड़े कट्टों में भरकर भेजा जाता था। 

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