शंभू बॉर्डर पर बंकर बना रहे किसान, अल्टीमेटम से ठीक चार मिनट पहले ही दागे 30 गोले

शंभू बॉर्डर पर किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच टकराव जारी है। किसान जैसे ही एक कदम आगे बढ़ाते हैं, उन पर एक बार में कम से कम 25 से 30 आंसू गैस के गोले दागे जाते हैं। किसानों ने भी रेत की बोरियों से बंकर बना कर त्रिकोणीय रणनीति बनाई है। यह मंजर देख ऐसा लगता है मानो किसानों पर आंसू गैस के गोले नहीं, बल्कि किसी जंगी कार्रवाई में ग्रेनेड से हमला हो रहा है। 

लगातार आंसू गैस के गोले का धमाका किसी को बहरा तक कर सकता है। बुधवार को किसानों को खदड़ने के लिए हरियाणा पुलिस आराम से ड्रोन के जरिये आंसू गैस के गोले दागती रही। पंजाब की सरहद में 200 से 300 मीटर अंदर घुसकर किसानों पर गोले दागे जा रहे हैं।

अल्टीमेटम से ठीक चार मिनट पहले ही दागे 30 गोले
किसान नेताओं ने बुधवार सुबह 11 बजे एक बार फिर शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच का एलान किया था। किसान शंभू बॉर्डर पर पुलिस की बैरिकेडिंग की ओर बढ़ ही रहे थे कि इस बीच हरियाणा पुलिस ने सुबह 10.54 बजे तीन बार चेतावनी दी।

इसके बाद 11 बजे से ठीक चार मिनट पहले 10.56 बजे बैरिकेडिंग की ओर बढ़ती भीड़ पर 25 से 30 आंसू गैस के गोले दाग डाले। इनसे कई युवा और किसान नेता जख्मी हुए। आगे बढ़ रह युवाओं पर रबड़ की गोलियां दागी गईं।

रेत-मिट्टी की बोरियों की दीवार
शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस की बैरिकेडिंग से लेकर किसान जत्थेबंदियों के मंच तक करीब 300 मीटर का फासला है। इसी जगह किसान नेता इकट्ठे होकर आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। यहीं उन पर आंसू गैस के गोले, रबड़ की गोलियां और ड्रोन से हमला हो रहा है।विज्ञापन

शंभू बॉर्डर के हाईवे पर स्थित पुल पर हरियाणा पुलिस ने जहां आठ लेयर की बैरिकेडिंग की है। बीते सोमवार और मंगलवार किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रालियों में रेत-मिट्टी की जो बोरियां लादकर बॉर्डर पर पहुंचे थे, अब तक उन बोरियाें से रास्ते बनने की बात हो रही थी।

दरअसल रेत की ये बोरियां किसानों की त्रिकोणीय नीति का एक हिस्सा है।पुल पर पुलिस की बैरिकेडिंग से करीब 70 से 80 मीटर पहले किसानों ने इन रेत की बोरियों से बीच रास्ते में और हाईवे के दोनों तरफ बंकर और दीवारें बनानी शुरू कर दी हैं, ताकि पुलिस के गोलों और गोलियाें से बचा जा सके। हाईवे के दोनों ओर की सड़कों से किसानों को ट्रैक्टर और ट्रालियां लेकर आगे बढ़ने को कहा गया है।

शंभू बॉर्डर पर कब-क्या हुआ
-सुबह 10.56 बजे हरियाणा पुलिस ने तीन चेतावनी देने के बाद एक बार में उन पर 25 से 30 आंसू गैस के गोले दागे।

-सुबह 11 बजे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवण सिंह पंधेर मंच से युवाओं को दिल्ली कूच के लिए आगे बढ़ने से पहले रोकते रहे।

 -सुबह 11 बजे से दोपहर 1.15 बजे तक संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर, जगजीत सिंह डल्लेवाल और तमाम जत्थेबंदियों के नेता मंच से अपनी मांगों को लेकर भाषण देते रहे।
-दोपहर 1.15 बजे जब युवा फिर आगे बढ़े उन पर तीन से चार बार में 50 से 60 आंसू गैस के गोले और रबड़ की गोलियां दागी गईं। इस बीच पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस का गोला किसान नेताओं के मंच के पास फेंका। इससे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर की अचानक तबीयत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया।

 -हरियाणा पुलिस ने फिर लगातार दोपहर 1.16 बजे, 1.19, 1.20 और 1.23 बजे 60 से 70 आंसू गैस के गोले बैरिकेडिंग के उस पार और ड्रोन के जरिये किसानों को टारगेट बनाकर दागे।
-दोपहर 3.30 बजे जब किसानों पर अंधाधुंध आंसू गैस के गोले दागे गए, तब मंच से संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं ने युवाओं और किसानों को जेसीबी, पोकलेन और ट्रैक्टर लेकर आगे बढ़ने को कहा।
-सुबह 10.56 बजे से शाम 4.54 बजे तक हरियाणा पुलिस ने अलग-अलग समय पर 11 बार में किसानों पर बैरिकेडिंग पार से और ड्रोन से कुल 250 से ज्यादा आंसू गैस के गोले दागे।

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