किसान आंदोलन: ‘कुछ मुद्दों पर दोनों पक्षों के बीच बातचीत की जरूरत’- अर्जुन मुंडा

केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा किसानों के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि किसानों के साथ किसानों के मुद्दे पर कई दौर की बातचीत हो चुकी है। किसानों को समझाया गया है कि चर्चा के जरिए हल निकाला जाएगा। 

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हमने उन्हें बताया है कि केवल चर्चा से ही इस मामले का हल निकाला जाएगा। हमें एक साथ मिलकर हल निकालना चाहिए, जिससे की ये सबसे लिए लाभदायक हो। मुझे उम्मीद है कि एकसाथ हम हल निकाल लेंगे।”

किसानों के हित में काम करने को सरकार प्रतिबद्ध: अर्जुन मुंडा
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर अर्जुन मुंडा ने कहा, “मैं कहना चाहूंगा कि किसानों के साथ कई दौर की बातचीत हुई। कुछ मुद्दों की सहमति के लिए दोनों पक्षों को और मेहनत करनी होगी। उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार किसानों के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह ऐसा ही कर रही है।”

बता दें कि इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा था कि पंजाब-हरियाणा सीमाओं पर प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा उठाई गई मांगों से निपटने के दौरान देश भर के किसानों के हित को ध्यान में रखा जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने किसानों से अपील की थी कि वे चर्चा के एक और दौर के लिए आएं।

हिंसक हुआ किसान आंदोलन
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर आठ दिनों से शंभू और दातासिंह वाला बॉर्डर पर डटे किसानों ने बुधवार सुबह दिल्ली कूच का प्रयास किया। जवाब में हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने आंसू गैस के गोले बरसाए और रबड़ की गोलियां भी चलाईं। दातासिंह वाला बॉर्डर पर दो किसान गोली लगने से जख्मी हो गए, जिनमें से बठिंडा के गांव बल्लोंके के युवा शुभकरण (23) की मौत हो गई। दूसरे किसान संगरूर के नवांगांव के प्रीतपाल सिंह को भी गंभीर चोट आई है। उसे रोहतक पीजीआई में भर्ती किया गया है। 

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