सुप्रीम कोर्ट के अगले आदेश तक नए कृषि कानूनों को लागू करने से रोक लगाने के बावजूद किसानों का प्रदर्शन दिल्ली की सीमाओं पर जारी है. आज शाम 5.30 बजे किसान यूपी गेट पर कृषि कानूनों की प्रतियां जलाएंगे और लोहड़ी मनाएंगे.
कृषि कानूनों का विरोध कर रहे और आंदोलनरत किसानों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद ऐलान किया है कि बुधवार को किसान लोहड़ी की अग्नि में तीनों कानूनों की कॉपी को जलाकर अपना विरोध जताएंगे. इसके लिए यूपी गेट पर शाम साढ़े पांच बजे कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा और मंच के पास लोहड़ी जलाई जाएगी.
18 जनवरी को यूपी गेट पर महिला किसान दिवस का आयोजन
किसानों ने कहा है कि 18 जनवरी को मंच की बागडोर महिला किसानों के हाथ में होगी. इसके लिए 17 जनवरी से महिला किसान आंदोलन स्थल पर पहुंचने लगेंगी. उनके ठहरने की व्यवस्था की जा रही है. किसान महिलाओं को रुकने के लिए अलग से कैंप तैयार करेंगे. इसके साथ ही महिला वॉलेंटियर को महिलाओं को हर तरह की सुविधा मुहैया कराने के लिए तैनात किया जाएगा. महिला कैंप के आसपास पुरुषों का आना जाना प्रतिबंधित रहेगा.
26 जनवरी को किसान निकालेंगे ट्रैक्टर रैली
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गणतंत्र दिवस पर दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में ट्रैक्टर रैली निकालने की चेतावनी दी है. इससे पहले किसानों ने 7 जनवरी को दिल्ली के चारों तरफ ट्रैक्टर रैली निकाली थी. हालांकि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से इस पर रोक लगाने की मांग की थी. इसके बाद कोर्ट ने मंगलवार को किसान संगठनों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है, लेकिन ट्रैक्टर रैली को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि 26 जनवरी को योजना के अनुसार ट्रैक्टर रैली जारी रहेगी और किसान सीमाओं को नहीं छोड़ेंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने किया कमेटी का गठन, दो महीने में देगी रिपोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने कृषि कानूनों पर तत्काल रोक लगाते हुए इस मामले को सुलझाने के लिए एक कमेटी का गठन किया है जिसमें चार लोग शामिल होंगे. कमेटी में भारतीय किसान यूनियन के एचएस मान, डॉक्टर प्रमोद कुमार जोशी, कृषि विशेषज्ञ अशोक गुलाटी और शेतकारी संगठन के अध्यक्ष अनिल धनवत शामिल हैं. ये कमेटी दो महीने में कृषि कानूनों की चर्चा कर कोर्ट को रिपोर्ट सौंपेंगे.