बाढ़ व खराब फसलों के मुआवजे से लेकर बिजली सरचार्ज की वसूली बंद करने की मांग को लेकर किसानों ने पगड़ी संभाल जट्टा संघर्ष समिति के नेतृत्व में फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम के आवास का घेराव किया। भट्टू रोड स्थित विधायक आवास के घेराव की सूचना पर भारी पुलिस बल आसपास तैनात रहा। धरना-प्रदर्शन करने के बाद किसान नेताओं ने विधायक दुड़ाराम को मांग-पत्र सौंपा। विधायक ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को प्रदेश सरकार तक पहुंचा कर हल करवाया जाएगा। किसान नेताओं ने घोषणा की कि वे सरकार की किसान व जनविरोधी नीतियों को लेकर गांव-गांव जाएंगे और लोगों को लामबंद किया जाएगा।
इस दौरान पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष मनदीप नथवान ने कहा कि प्रदेश सरकार दोनों हाथों से किसानों और आम जनता को लूटने में लगी हुई है। कानून व्यवस्था का जनाजा निकल चुका है और परिवार पहचान पत्र में लोगों की अनाप-शनाप इनकम दिखाकर उन्हें मिलने वाली सभी सुविधाएं छीनी जा रही हैं। मनदीप नथवान ने कहा कि प्रदेश में चोरी और लूटपाट की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। चोरी-लूटपाट बढ़ने का सबसे मुख्य कारण नशा है। नशाखोरी पर लगाम कसने में शासन-प्रशासन फेल नजर आ रहा है। महंगाई की मार झेल रही जनता को कुछ राहत देने की बजाय बिजली बिलों में सिक्योरिटी चार्ज व अन्य सरचार्ज के नाम पर जनता को लूटा जा रहा है। जिले में अनेक किसानों व पीडि़तों को बाढ़ का मुआवजा अभी तक नहीं मिला है।
प्रदर्शन की अध्यक्षता करते हुए ब्लॉक प्रधान करमजीत सालमखेड़ा ने कहा कि फैमिली आईडी में इनकम के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। लोगों की अनाप-शनाप इनकम दिखाकर उन्हें सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित किया जा रहा है। लोगों को रोजगार देने में नाकाम सरकार गाड़ियां चलाकर परिवार का पेट भरने वाले युवाओं को बर्बाद करने के लिए हिट एंड रन जैसे काले कानून ला रही है, जिससे इन चालकों का सड़कों पर गाड़ी चलाना मुश्किल हो जाएगा।
ये उठाई गई मांगें
- बिजली बिलों में नाजायज वसूले जा रहे सिक्योरिटी चार्ज व अन्य सरचार्ज बंद किए जाए।
- जिले में बढ़ रही चोरी की घटनाओं, नशाखोरी, गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार को बंद किया जाए।
- बाढ़ पीड़ितों को उचित मुआवजा बिना देरी के तुरंत दिया जाए।
- हिट एंड रन मामले के लिए बनाया गया नया कानून रद्द किया जाए।
- किसानों पर पराली जलाने पर बनाए गए मुकदमों को तुरंत वापस लिया जाए।
- फैमिली आईडी में छेड़छाड़ कर अनाप-शनाप बढ़ाई गई इनकम को सही किया जाए।