उत्तर प्रदेश के कासगंज में पुलिस हिरासत में अल्ताफ की मौत पर उसके पिता का बयान एक बार फिर बदला है। पिता ने अब एक बार फिर से कहा है कि पुलिस हिरासत में बेटे ने आत्महत्या नहीं की है। उसकी मौत की जांच होनी चाहिए। बेटे की मौत से उसकी मां भी सुधबुध खो बैठी है। मां का कहना है कि हमें रुपए नहीं बल्कि न्याय चाहिए।
मंगलवार को जब किशोरी को अगवा करने के आरोपी अल्ताफ की मौत हुई थी, तब उसके पिता चांद मियां ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि कोतवाली में पुलिस ने उनके बेटे की हत्या कर दी। बुधवार को पिता का बयान बदल गया। उन्होंने पुलिस को लिखकर दिया और वीडियो में भी कहा कि उनका बेटा तनाव में था। जिसके कारण उनके बेटे ने थाने में फांसी लगा ली। पुलिस ने उपचार कराया, लेकिन मौत हो गई। अब गुरुवार को फिर पिता का बयान बदल गया है। मृतक अल्ताक के पिता का कहना है कि वो बेटे की मौत से सदमे में थे। पुलिस ने दबाव में अंगूठा लगवा लिया। वे अनपढ़ हैं। उन्हें न्याय चाहिए।
मृतक अल्ताफ की मां फातिमा बेसुध है। उसे विपक्ष के नेता सांत्वना देने पहुंच रहे थे। कह रहे थे कि धैर्य रखें परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। इस बीच मां कह रही थी कि उनके बेटे को पुलिस ने मारा है। उन्हें रुपए की जरूरत नहीं है, बल्कि न्याय चाहिए। बेटे की मौत के लिए जो भी दोषी हो उसको सजा मिलनी चाहिए।
सीओ कासगंज सदर दीपकुमार पंत ने कहा कि मृतक के पिता ने पुलिस को लिखित में बयान दिया है और वीडियो में भी कहा कि उनका बेटा तनाव में था और आत्महत्या कर ली। पिता मानसिक रूप से अभी परेशान हैं। इसलिए बार-बार बयान बदल रहे हैं। इसके अलावा तमाम लोग मिलने आ रहे हैं और पीड़ित परिवार को बरगला रहे हैं। हो सकता है वो प्रलोभन में भी हों।
यह है मामला
कासगंज सदर कोतवाली के हवालात में अल्ताफ की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उस पर किशोरी को अगवा करने का आरोप था। उसकी मौत पर एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बयान दिया था कि युवक ने अपनी जैकेट की डोरी से फांसी लगाकर जान दी। इस मामले को लेकर विपक्षी दल यूपी सरकार को घेरने में जुटे हैं।
हवालात के शौचालय में युवक की मौत के मामले में सियासी पारा चढ़ता ही जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, यूपी कांग्रेस प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, बसपा सुप्रीमो मायावती, एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर इस मामले में न्यायिक जांच और पीड़ित परिवार को मुआवजे की मांग उठाई है।