फीफा विश्वकप: मोरक्को को पटखनी देकर तीसरे स्थान पर रहा क्रोएशिया, किया कांस्य पर कब्जा

दोहा: पिछले विश्व कप की उप विजेता क्रोएशिया ने शनिवार को फीफा विश्व कप के प्लेऑफ में मोरक्को को 2-1 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। क्रोएशिया की टीम 1998 विश्व कप में भी तीसरे स्थान पर रही थी। खलीफा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में हुए इस मैच के तीनों गोल पहले ही हाफ में हुए। पहले दो गोल नौ मिनट के अंदर हो चुके थे।

सातवें मिनट में क्रोएशिया ने किया गोल

क्रोएशिया के लिये जोस्को ग्वारडियोल ने सातवें ही मिनट में खूबसूरत ‘सेट पीस’ से गोल किया। सेमीफाइनल में पहुंचने वाला पहला अफ्रीकी देश बनकर इतिहास रच चुके मोरक्को ने अशरफ डारी के नौंवे मिनट में किये गये गोल से स्कोर 1-1 किया। मिस्लाव ओरेसिच ने 42वें मिनट में खूबसूरत गोल से अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया और यह निर्णायक साबित हुआ। इस तरह ओरेसिच के गोल ने सुनिश्चित किया कि कप्तान लुका मोड्रिच (37 वर्ष) जीत के साथ विश्व कप के अंतिम मैच से विदा हों।

तेज शुरुआत को मिला क्रोएशिया को फायदा

पहले हाफ की शुरूआत में क्रोएशियाई टीम ने तेज खेल दिखाया जिसका फायदा उसे मिला। मोरक्को के सोफयान अमराबात के आंद्रेज क्रेमारिच को गिराने पर फाउल के कारण क्रोएशिया को फ्री किक मिली। लोवरो माएर ने किक कर इसे पेनल्टी बॉक्स के ऊपर उछाला जहां इवान पेरिसिच ने सिर से शॉट लगाकर इसे जोस्को ग्वारडियोल की ओर किया और मास्क पहने इस खिलाड़ी ने उछलकर हेडर से 13 गज की दूरी से सीधे इसे नेट में डालकर अपनी टीम को आगे कर दिया।

नौवें में की मोरक्को ने बराबरीपर क्रोएशिया की यह बढ़त एक मिनट तक ही रह सकी। मोरक्को ने नौंवे मिनट में फ्री किक पर गोल कर स्कोर बराबर किया। हाकिम जियेच ने लंबा शॉट लगाया जो डिफ्लेक्ट होता हुआ जा रहा था,मोडरिच ने इसे दूर करने की कोशिश की लेकिन डारी ने पांच गज की दूरी से क्रोएशियाई गोलकीपर डॉमिनिक लिवाकोविच को पछाड़ते हुए हेडर से गोल कर स्कोर बराबर कर दिया। यह डारी का पहला अंतरराष्ट्रीय गोल भी था।

ओरिसिच ने दिलाई क्रोएशिया को निर्णायक बढ़त

दोनों टीमें बढ़त लेने की कोशिश में जुटी थीं और कुछ मौके भी बना रही थीं। पर बाजी मारी क्रोएशिया ने जिसके लिये ओरिसिच ने मोरक्को बॉक्स की बायीं ओर से दूर से दनदनाता सीधा शॉट लगाया जो क्रासबार हिट कर गोल में पहुंच गया। इस रोकने के लिये मोरक्को के गोलकीपर यासिने बोनोऊ के पास कोई मौका नहीं था।

दूसरे हाफ में नहीं हुआ कोई गोल

गोल की खोज में जुटी क्रोएशिया ने दूसरे हाफ में भी आक्रामकता दिखायी। उसकी अग्रिम पंक्ति ने मोरक्को की रक्षात्मक पंक्ति की कई बार परीक्षा भी ली। पर क्रोएशियाई टीम अपनी बढ़त को और नहीं बढ़ा सकी। क्रोएशिया को सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से 0-3 से जबकि दूसरे सेमीफाइनल में मोरक्को को गत चैम्पियन फ्रांस से 0-2 से हार मिली थी। मोरक्को के लिये हालांकि यह विश्व कप यादगार रहेगा।

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