- लॉकडाउन में सिक्योरिटी गार्ड की जॉब चली गई, बेरोजगार होने पर साथियों के साथ मिलकर रची लूट की साजिश
- जयपुर में श्याम नगर थाना पुलिस की कार्रवाई, गैंग का मास्टरमाइंड भी गिरफ्तार
कोरोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन में सिक्योरिटी गार्ड की जॉब चली गई। बेरोजगार होने से आर्थिक तंगी होने लगी। इससे उबरने के लिए अपने गांव से जयपुर शहर आए एक युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर एटीएम लूट की साजिश रची। इसके लिए गैस कटर और औजार इकट्ठा किए और वारदात को अंजाम देने पहुंच गए। हालांकि, एटीएम तो नहीं लूट पाए। लेकिन पुलिस की गिरफ्त में आ गए। पुलिस अब चार आराेपियों को जेल भेजने की तैयारी में है।
शुक्रवार देर रात चार युवक अजमेर रोड पर स्थित 200 फीट बाइपास पर लगे ईपीएस कंपनी के एटीएम पर पहुंचे। यहां बेक बॉक्स का गेट तोड़कर एटीएम को काटना चाहा। लेकिन गश्त करते हुए श्याम नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। इससे लूटपाट में नाकाम बदमाश खाली हाथ भाग निकले। पुलिस ने पीछा किया। नाकाबंदी करवाई। इस संबंध में कंपनी के कर्मचारी अजय कुमार शर्मा ने श्याम नगर थाने में केस दर्ज करवाया। जांच में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में सामने आए हुलिए के आधार पर गैंग की तलाश शुरू की। आखिरकार थाना प्रभारी संतरा मीणा के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने चारों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी साउथ मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी आकाश माली (20) गैंग का मास्टरमाइंड है। इसके अलावा हिमांशु साहू (19), आरोपी हरिओम मीणा (20) है। ये तीनों सवाईमाधोपुर जिले के रहने वाले हैं। इसके अलावा चौथा आरोपी मामराज मीणा (21) विजय नगर बस्ती, शास्त्री नगर जयपुर है।
यह है एटीएम लूट की साजिश से जुड़ी पूरी कहानी
श्याम नगर थाना प्रभारी मीणा के मुताबिक, गिरफ्तार आकाश माली पहले सवाईमाधोपुर में एक एटीएम पर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। लॉकडाउन में आकाश की जॉब चले जाने से वह बेरोजगार हो गया। तीन चार दिन पहले वह अपने गैंग में शामिल साथियों के साथ गांव से जयपुर आ रहा था। रास्ते में उनकी मुलाकात टोंक जिले के बरौनी कस्बे में हरिओम मीणा और मामराज मीणा से हुई। जिनकी बाइक खराब हो गई थी। तब आकाश और हिमांशु ने इन दोनों की मदद की। आपस में दोस्ती होने पर ये लोग जयपुर के लिए साथ ही रवाना हो गए।
यहां रिंग रोड के पास समीर खान अपने दोस्तों को छोड़कर अपने घर चला गया। इसके बाद चारों आरोपियों ने साथ बैठकर शराब पी। इस बीच कर्ज से उबरने के लिए आकाश और उसके तीनों साथियों ने एटीएम लूट की साजिश रची। आकाश ने बताया कि एटीएम लूटने में कामयाब हो गए तो रुपयों का इंतजाम हो जाएगा। इससे जिंदगी आसानी से गुजार सकेंगे। पैसों की दिक्कत नहीं होगी।
आकाश ने रैकी कर एटीएम चिन्हित किया, बाकी दो साथी किराए की कटर मशीन ले आए
एडिशनल डीसीपी अवनीश कुमार शर्मा ने बताया कि लूट की साजिश में एक राय होने पर आकाश ने रैकी कर 200 फीट चौराहे पर लगे एटीएम को चिन्हित किया। उसे एटीएम के बारे में पूरी जानकारी थी। वहीं, आरोपी मामराज और हरिओम शास्त्री नगर से एक कटर मशीन किराए पर लेकर आ गए। फिर 11 अगस्त को हिमांशु और आकाश एटीएम के अंदर लूटपाट करने पहुंचे। बाकी दोनों साथी बाहर निगरानी करने लगे। इसी दौरान पुलिस गश्त करते हुए पहुंची तो बदमाश खाली हाथ वहां से भाग निकले। वारदात के खुलासे में कांस्टेबल रामकुमार व कांस्टेबल विशाल ने अहम रोल निभाया।