अमेरिका के अगले राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने प्रशासन में कई भारतीय-अमेरिकियों को जगह दी है. इसी में एक नाम वनिता गुप्ता का जुड़ गया है. बाइडेन ने वनिता को एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के लिए नामित किया है. अपने इस फैसले पर बाइडेन ने कहा, “वनिता गुप्ता अमेरिका की सबसे सम्मानित मानवाधिकार वकीलों में से एक और भारत से आए अप्रवासियों की गर्व से भरी बेटी हैं.”
अगर सीनेट पुष्टि करती है तो 46 साल की गुप्ता इस पद को संभालने वालीं पहली अश्वेत महिला होंगी. डेलावेयर के विलमिंगटन में मीडिया से बात करते हुए जो बाइडेन ने कहा, “जस्टिस डिपार्टमेंट में तीसरे नंबर की पोजीशन एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के पद पर मैं वनिता गुप्ता को नामित करता हूं.”
कौन हैं वनिता गुप्ता?
वनिता गुप्ता सुर्खियों में तब आईं, जब उन्होंने लॉ स्कूल से सीधे निकलकर 38 लोगों की रिहाई में जीत हासिल की थी. इनमें से अधिकांश अफ्रीकी अमेरिकी थे, उन्हें टेक्सस के एक कस्बे में ड्रग के आरोपों में गलत तरीके से दोषी ठहराया गया था. इसके साथ ही गुप्ता ने उन्हें मुआवजे के तौर पर 60 लाख डॉलर भी दिलाए थे.
गुप्ता तब एनएएसीपी (नेशनल एसोसिएशन ऑफ कलर्ड पीपल) के लीगल डिफेंस फंड के लिए काम कर रही थीं.
गुप्ता ने शीर्ष मानवाधिकार संगठन अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन के लिए एक स्टाफ वकील के रूप में भी काम किया है. जहां उन्होंने अप्रवासियों और सामूहिक गिरफ्तारियों के शिकार लोगों के कई मामले उठाए.
उनकी जीत में एक ऐतिहासिक मामला भी शामिल था, जिसमें निजी तौर पर इमिग्रेशन जेलों में बंद बच्चों के लिए सेटलमेंट किया गया था. वनिता अब लीडरशिप कॉन्फ्रेंस ऑन सिविल एंड ह्यूमन राइट्स की अध्यक्ष और सीईओ हैं. ये संगठन 200 से अधिक मानवाधिकार संगठनों का गठबंधन है.
1968 में माता-पिता आए थे अमेरिका
वनिता के पिता राजीव गुप्ता एक बिजनेसमैन थे और मैन्युफेक्चरिंग कंपनी Rohm and Hass के सीईओ और चेयरमैन रह चुके थे. पिता के काम की वजह से वनिता का ज्यादातर बचपन फ्रांस और लंदन में बीता है.वनिता के माता-पिता अपनी शादी के लगभग के हफ्ते बाद 1968 में अमेरिका आ गए थे. वनिता का जन्म 1975 में हुआ था और उन्होंने ग्रेजुएशन येल यूनिवर्सिटी से की है. उन्होंने लॉ न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी से 2001 में किया. बाद में वनिता ने इस यूनिवर्सिटी में कई साल सिविल राइट्स लिटिगेशन क्लिनिक भी पढ़ाया.
उनकी शादी डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया की लीगल ऐड सोसाइटी के लीगल डायरेक्टर चिंह क्यू ली से हुई है और उनके दो बेटे हैं.