हरियाणा राज्यसभा चुनाव (Haryana Rajya Sabha elections) में क्रॉस वोट करने वाले कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi) के खिलाफ कांग्रेस ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है। कांग्रेस सूत्रों की माने तो कुलदीप बिश्नोई को पार्टी से बाहर का रास्ता निकालने की तैयारी हो रही है। न्यूज एजेंसी एनएनआई के मुताबिक, कुलदीप बिश्नोई को जल्द ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी की सदस्यता से हटा दिया जाएगा। साथ ही उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया जाएगा। इसके अलावा विधानसभा से सदस्यता रद्द कराने के लिए अध्यक्ष को भी पत्र लिखने की तैयारी की जा रही है।
दरअसल हरियाणा राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को झटका देते हुए बीजेपी के कृष्ण लाल पंवार और पार्टी के समर्थन वाले निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने राज्यसभा की दो सीटों पर जीत दर्ज की। चुनाव आयोग ने शुक्रवार देर रात दोनों की जीत की घोषणा की। चुनाव नियमों के उल्लंघन के आरोपों को लेकर मतगणना सात घंटे से अधिक देरी से शुरू हुई और देर रात दो बजे नतीजों की घोषणा की गई। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय माकन को पर्याप्त वोट नहीं मिले। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि उसके एक विधायक ने ‘क्रॉस-वोटिंग’ की, जबकि एक अन्य विधायक के वोट को अमान्य घोषित कर दिया गया।
निर्वाचन अधिकारी आरके नंदल ने बताया कि पंवार को 36 वोट मिले, जबकि शर्मा के खाते में प्रथम वरीयता के 23 मत गए और 6.6 वोट बीजेपी से ट्रांसफर होकर आए, जिससे उनके वोटों की कुल संख्या 29.6 हो गई। कांटे की टक्कर वाले इस मुकाबले में माकन को 29 वोट हासिल हुए, लेकिन दूसरी वरीयता का कोई वोट न होने के कारण वह हार गए। बीजेपी सदस्यों की ओर से दिए गए वोटों का मूल्य 3,600 था, जिससे पहली सीट पंवार के लिए सुरक्षित हो गई। वहीं, शर्मा ने 2,960 वोट मूल्य के साथ दूसरी सीट जीत ली, जिसमें दूसरी वरीयता के मतों के तौर पर बीजेपी उम्मीदवार से ट्रांसफर 660 वोट मूल्य शामिल है। कांग्रेस सदस्यों के वोटों का मूल्य 2,900 था।
कांग्रेस विधायक और पार्टी के अधिकृत मतदान एजेंट बीबी बत्रा ने बताया कि पार्टी के कुलदीप बिश्नोई ने मीडिया कारोबारी शर्मा के लिए ‘क्रॉस वोटिंग’ की, जबकि एक अन्य विधायक के वोट को अमान्य घोषित कर दिया गया। निर्दलीय उम्मीदवार शर्मा को बीजेपी और उसके सहयोगी दल जजपा का समर्थन हासिल था।