हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) की अगुवाई वाली प्रदेश सरकार के 2500 दिन पूरे हो गए हैं। इस मौके पर सोमवार को चंडीगढ़ में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम के दौरान सीएम खट्टर ने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए उनकी सरकार के कार्यों और उपलब्धियों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद हरियाणा में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद पर भी अंकुश लगाया गया है।
इस दौरान सीएम ने प्रदेशवासियों के लिए सेवा के अधिकार (Right to Service) का प्रावधान करते हुए कहा कि 1 सितंबर को हम एक नए पोर्टल को लॉन्च कर रहे हैं। उसमें हम एक ऑटो अपील का प्रावधान कर रहे हैं। अगर अधिकारियों को कोई काम 15 दिन में करना है और वे नहीं करते हैं तो 16वें दिन ऑटो अपील ऊपर के अफसर तक पहुंच जाएगी।
उस ऑटो अपील में उसके जो दिन होंगे उसमें भी अगर वह नहीं करेगा तो उससे ऊपर पहुंच जाएगी। नीचे वाले यह नहीं समझेंगे कि ऑटो अपील होने के बाद मेरा काम तो छूटा और ऊपर चला गया, उनका भी हिसाब-किताब रखा जाएगा कि उन्होंने टाइम से काम क्यों नहीं किया। कार्य पूरा करने में असमर्थता के लिए अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
खट्टर ने कहा कि 2014 से पहले राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर था, लेकिन अब चीजें बदल गई हैं। हम राज्य में लोगों के विकास के लिए योजनाएं लाए हैं। इसके साथ ही हमने विभिन्न जिलों के निर्वाचित प्रमुखों और अधिकारियों को अधिकार सौंपने के लिए एक अंतर-जिला परिषद का गठन किया है। हमने उनका बजट बढ़ाने के साथ ही भ्रष्टाचार को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।
वहीं मुख्यमंत्री ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारत और विशेष रूप से हरियाणा के खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने पैरालंपिक में भाग ले रहे खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सभी प्रदेशवासियों के लिए यह बेहद गर्व का विषय है कि हरियाणा खेलों के साथ ही सभी क्षेत्रों में लगातार प्रगति कर रहा है।
जबरन धर्म परिवर्तन रोकने को लाया जाएगा कानून
खट्टर ने कहा कि हरियाणा के कई हिस्सों से जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हमें एक कानून बनाने की जरूरत है। इसके लिए एक अध्ययन किया गया है। जल्द ही कानून का मसौदा तैयार किया जाएगा। हम देखेंगे कि इसे अध्यादेश के रूप में पेश किया जाए या विधानसभा में पेश किया जाए।
वहीं, नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर करनाल में किए गए लाठीचार्ज के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा इस्तीफा मांगे जाने पर उन्होंने कहा कि वह (कैप्टन अमरिंदर सिंह) मेरा इस्तीफा मांगने वाले कौन होते हैं, इसके बजाय उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि किसान आंदोलन के पीछे उनका हाथ है। दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान पंजाब के हैं। हरियाणा के किसान सिंघु या टीकरी बॉर्डर पर विरोध नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में कैप्टन किसानों को भड़का रहे हैं और हरियाणा में भूपिंदर सिंह हुड्डा साहब और अन्य कांग्रेसी नेता उन्हें भड़का रहे हैं।
करनाल में किसानों के विरोध पर लाठीचार्ज के दौरान एक अधिकारी के ‘सिर फोड़ने’ वाली टिप्पणी पर सीएम खट्टर ने कहा कि अधिकारी के शब्दों का चयन गलत था। प्रशासन मामले की जांच करेगा। उन्हें ये शब्द नहीं बोलने चाहिए थे, लेकिन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्ती की जरूरत थी।