दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की गिरफ्त में मौजूद पाकिस्तान आतंकी मोहम्मद अशरफ ने जम्मू में रैकी के लिए वहां होटल में नौकरी की थी। इसने जम्मू बस स्टैंड पर स्थित जय ज्वाला होटल में नौकरी की थी। नौकरी करते हुए इसने जम्मू बस स्टैंड की रैकी कर ली थी। दूसरी तरफ पाकिस्तान आतंकी की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान उच्चायोग को पत्र लिखा है। स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसने जय ज्वाला होटल में कई महीने नौकरी की थी। नौकरी करने के दौरान ही रैकी कर ली थी। इस दौरान इसके पास दो पाकिस्तानी युवक आए और इसको बम दिया। इसने बम को जम्मू बस स्टैंड पर लगा दिया था। वर्ष 2009 में हुए इस बम धमाके में तीन लोगों की जान गई थी। इसके बाद ये होटल के मालिक से ये कहकर नौकरी छोड़ दी थी कि उसे पुलिस की मुस्तैदी बढ़ने से डर लगता है।
आरोपी ने होटल में नौकरी पाते वक्त खुद को कटिहार, बिहार का निवासी बताया था। पुलिस ने होटल के मालिक की पहचान कर ली है। आतंकी ने होटल मालिक की पहचान कर ली है।
दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान उच्चायोग को शुक्रवार को पत्र लिखा है। दिल्ली पुलिस ने पत्र में लिखा है कि पाकिस्तान नागरिक गिरफ्तार हुआ है। उसके पास से विस्फोटक व हथियार बरामद किए गए हैं। दिल्ली पुलिस ने उच्चायोग को पाकिस्तान में रहने वाले इसके परिजनों को सूचना देने को कहा है। हालांकि रविवार तक दिल्ली पुलिस को कोई जवाब नहीं मिला है।
दिल्ली पुलिस की टीमें चार जगह दे रही हैं दबिश
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार स्पेशल सेल की टीमें चार जगह जम्मू, कटिहार- बिहार, कोलकाता और अजमेर में दबिश दे रही है। इन जगहों पर जो लोग मो. अशरफ के संपर्क में थे उनसे पूछताछ की जा रही है।
कटिहार, बिहार के जिस प्रधान ने इसका निवास प्रमाण पत्र बनाया था वह प्रधान वहां चुनाव लड़ रहा है। स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रधान को जल्द ही पूछताछ के लिए दिल्ली लाया जाएगा।
गरीब के चलते आतंकी बनने को तैयार हुआ
आतंकी मो.अशरफ का परिवार बहुत ही गरीबी में रहता था। परिवार की गरीबी को दूर करने के लिए ये आईएसआई के चुंगल में फंस गया। पैसे के लिए ये भारत आकर आतंकी वारदातों के लिए तैयार हो गया था।