अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा संबंधी तैयारियों पर हाई लेवल बैठक

नयी दिल्ली। लगभग 2 वर्षों के बाद इस साल 30 जून से अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो रही है। 2020 और 2021 में अमरनाथ यात्रा को कोरोना महामारी की वजह से शुरू नहीं किया गया था। जबकि 2019 में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने से पूर्व इस यात्रा को बीच में ही खत्म कर दिया गया था। इन सबके बीच इस साल होने वाले अमरनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। हालांकि जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति एक बार फिर से चिंताजनक दिखाई दे रही है। हाल में ही हुई कुछ आतंकी घटनाओं के बीच आज केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा संबंधी तैयारियों पर एक हाई लेवल बैठक की। इस बैठक में सुरक्षा संबंधी तैयारियों की समीक्षा की गई। मिल रही जानकारी के मुताबिक अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले खुद गृह मंत्री अमित शाह भी सुरक्षा समीक्षा पर एक बड़ी बैठक कर सकते हैं।

आज के बैठक में संभावित ड्रोन हमले पर भी चर्चा की गई। इस बैठक में गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा पुलिस महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अलावा सीमा सड़क संगठन के अधिकारी और सैन्य अधिकारी शामिल हुए। 11 मई को खुद जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा समीक्षा पर एक बड़ी बैठक की थी। गृह सचिव ने अर्धसैनिक बलों और जम्मू कश्मीर प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा संबंधी तैयारियों की समीक्षा की। पहलगाम और बालटाल यात्रा मार्गों में जम्मू कश्मीर पुलिस के अलावा अर्ध सैनिक बलों के 10,000 जवानों (सौ कंपनी) को तैनात किए जाने की संभावना है। इस यात्रा में तीन लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। 

अमरनाथ यात्रा 11अगस्त को समाप्त होगी। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक और सीमा सुक्षा बल (बीएसएफ) केमहा निदेशक पंकज सिंह और अन्य अधिकारी व्यक्तिगत रूप से बैठक में शामिल हुए वहीं जम्मू कश्माीर के अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसमें हिस्सा लिया। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में हाल में निशाना बनाकर लोगों को हत्याओं की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है,जिसे देखते हुए अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा सरकार के लिए काफी अहम है। बृहस्पतिवार को आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की बडगाम जिले में गोली मार कर हत्या कर दी थी। पिछले सात माह में भट्ट आतंकवादियों का निशाना बनेदूसरे कश्मीरी पंडित हैं। आतंकवादी अन्य राज्यों के लोगों को भी निशाना बना रहे हैं।

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