हिमाचल: मई में भी ठंड का दौर जारी, रोहतांग दर्रा में 15 सेंटीमीटर ताजा हिमपात

Rain and Snowfall in Himachal: लाहौल-स्पीति के कई इलाकों को बर्फ की सफेद चादर ने ढंक लिया है. निचले इलाकों में बर्फ गिरने से कृषि का कामकाज भी प्रभावित होने लगा है. मंडी और कांगड़ा में आधी रात को आए तूफान ने काफी नुकसान किया है और जिंदगी अस्त-व्यस्त कर दी.

शिमला. हिमाचल प्रदेश में मौसम (Weather) के बदले तेवरों से कुल्लू और लाहौल-स्पीति में मई माह में ठंड का दौर जारी है. गुरुवार रात को रोहतांग दर्रा में 15 सेंटीमीटर ताजा हिमपात दर्ज किया गया है. इसके अलावा, लाहौल स्पीति में भी हिमपात (Snowfall) हुआ है. बारालाचा व कुंजुम दर्रा में भी बर्फबारी हुई है. लाहौल-स्पीति के कई इलाके बर्फ की चादर से सफेद हो गए हैं.

हिमाचल में शुक्रवार सुबह हल्के बादल छाए थे, लेकिन दोपहर को धूप खिली .मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी प्रदेश में मौसम खराब होने का अनुमान जताया है. 22 और 23 मई को मैदानी इलाकों को छोड़कर बाकी हिमचाल में बारिश के आसार हैं.

लाहौल में खेती प्रभावित

लाहौल के निचले इलाकों में बर्फ गिरने से कृषि का कामकाज भी प्रभावित होने लगा है. लाहौल के कोकसर व ग्रांफू में पांच सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई. इसके अलावा डिंफुक, सिस्सू, खंगसर, गोंधला में बारिश होने से तापमान में भारी गिरावट आई है. हालांकि, मनाली-लेह मार्ग पर यातायात सामान्य है. खराब मौसम के कारण जिला कुल्लू और लाहौल-सपीति के किसान-बागवानों की चिंता बढ़ गई है. ठंड के कारण सेब सहित अन्य फलों के आकार पर असर पड़ रहा है.


आधी रात को आया तूफान

मंडी और जिला कांगड़ा में मध्यरात्रि को आए तूफान और बारिश के कारण कई पेड़ गिर गए हैं. वहीं कई स्थानों पर बिजली की तारें टूटी हैं तो कुछ बिजली के खंभों को भी नुकसान हुआ है. धर्मशाला सहित आस पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है. कई घरों के स्लेट भी उड़े हैं तो कई मकानों की छत गिरी है. लेकिन तेज हवाओं के साथ बारिश ने आम आदमी को डरा दिया. हवाएं इतनी तेज थी कि लोगों को अपने मकान व छत गिरने का खतरा था. जिला भर में अलग-अलग स्थानों पर पेड़ गिरने, बिजली की तारें टूटने व लाइट न होने की सूचना है.

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