हिमाचल: कई इलाकों में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान

हिमाचल के कई क्षेत्रों में बीती देर रात ओलावृष्टि से तबाही हुई है। चंबा और शिमला जिला के कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि के बाद मानो बर्फ की सफेद चादर सी बिछ गई। इससे सेब समेत किसानों की दूसरी नकदी फसलों को काफी नुकसान हुआ है।

चंबा के चुराह, तीसा और शिमला के रामपुर, कंदरू इत्यादि क्षेत्रों में सेब की फसल को काफी नुकसान हुआ है। खासकर चंबा में काफी ज्यादा नुकसान बताया जा रहा है क्योंकि यहां ज्यादातर बागवानों ने अब तक एंटी हेल नेट नहीं लगा रखे हैं। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान कांगड़ा, कुल्लू, चंबा, मंडी और केलांग में कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हुई है।

मौसम विभाग के मुताबिक मनाली में सबसे ज्यादा 21 मिलीमीटर (MM) बारिश रिकार्ड की गई है। मंडी में 8.2 MM, भुंतर 3,6 MM, चंबा, डलहौजी व कल्पा में 2-2 MM, पालमपुर में 2.8 MM, कांगड़ा में 0.4 MM बारिश रिकार्ड की गई। उधर, लाहौल स्पीत के हंसा में 2 सेटीमीटर तक ताजा बर्फ गिरी है।

कंदरू में ओलावृष्टि के बाद का दृश्य।

मौसम की करवट के बाद कुछ एक इलाकों में ओलावृष्टि और हल्की बारिश दर्ज की गई है। इसके बाद प्रदेशवासियों ने भयंकर गर्मी से हल्की राहत की सांस ली है। इससे तापमान में थोड़ी कमी दर्ज की गई है। कई क्षेत्रों में तूफान से भी सेब को नुकसान हुआ है। मनाली में सबसे ज्यादा 5.8 डिग्री की गिरावट आई है। इसी तरह अन्य स्टेशन पर भी तापमान कम हुआ है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में आज भी बारिश और अंधड़ का पूर्वानुमान है। 16 अप्रैल तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। उधर, कुल्लू की खराहल घाटी में आसमानी बिजली गिरी है।

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