कांग्रेस के आरोपों पर बोले हिमंता बिस्वा सरमा, अगर कोई सबूत मिला तो मैं सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लूंगा

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को कहा कि अगर यह साबित हो जाए कि उनकी पत्नी की कंपनी को केंद्रीय सब्सिडी मिली है तो वह सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेंगे। यह बात तब सामने आई है जब बुधवार को कांग्रेस के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की असम इकाई ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कथित तौर पर सरकारी सब्सिडी पाने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, उनकी पत्नी रिनिकी भुइयां सरमा और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया। 

टीएमसी असम इकाई के प्रमुख रिपुन बोरा ने मुख्यमंत्री सरमा पर केंद्र सरकार की “प्रधानमंत्री किशन सम्पदा योजना” योजना के तहत 10 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्राप्त करने में उनकी पत्नी के स्वामित्व वाली कंपनी प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को फायदा पहुंचाने के लिए अपनी आधिकारिक शक्ति का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया, जो मुख्य रूप से बेरोजगार युवाओं और किसानों के लिए है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के जवाब को कांग्रेस नेता द्वारा एक्स पर पोस्ट किये जाने के बाद बुधवार से ही गोगोई और शर्मा के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। गोयल ने लोकसभा में 22 मार्च, 2023 को असम के भाजपा सांसद पल्लब लोचन दास द्वारा पूछे गये एक सवाल का जवाब दिया था। 

गोगोई ने कहा कि क्या माननीय मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से शिकायत कर रहे हैं? वह कह रहे हैं कि गोयल ने केवल शर्मा की पत्नी को अनुदान की मंजूरी दी, लेकिन राशि जारी नहीं की। मुख्य विपक्षी दल ने कुछ कागजात जारी करते हुए यह दावा भी किया कि वर्ष 2021 में शर्मा के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी पत्नी रिंकी भुइंया शर्मा की कंपनी ने असम के नौगांव में 50 बीघा कृषि भूमि खरीदी और इस खरीद के कुछ दिनों के बाद ही इस भूखंड को औद्योगिकी भूमि में तब्दील कर दिया गया। मुख्यमंत्री शर्मा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उनकी पत्नी जिस कंपनी से जुड़ी हुई हैं उसे भारत सरकार से कोई सब्सिडी नहीं मिली है। 

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