हरियाणा के हिसार के थाना बरवाला में कुंभा के ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुई खूनी झड़प एक भाजपा नेता के थाने में आने के बाद हुई थी। हालांकि इससे पहले भी किसी बात को लेकर गुस्साए ग्रामीणों के हाथ थानेदार सुखजीत सिंह के गिरेबान तक पहुंच चुके थे, लेकिन तब तक मामला ज्यादा नहीं भड़का था। हालांकि पुलिस ने SHO से बदतमीजी करने वाले कई ग्रामीणों को थाने में बंद कर दिया था।
भाजपा नेता ने थाने का बंद गेट खुलवाया तो ग्रामीण अंदर घुस गए और उनके साथियों को बंधक बनाए बैठे पुलिस कर्मियों पर टूट पड़े। इसी दौरान ओमप्रकाश नाम के व्यक्ति ने थाने में जहर खा लिया। इससे भड़के ग्रामीणों ने थाने में जमकर तोड़ फोड़ की। झगड़े के बाद अग्रोहा, आदमपुर, उकलाना, हांसी, नारनौद,हिसार व सीआईए स्टाफ की टीमें भी मौके पर बुला ली गई। भारी पुलिस बल और एसपी के आने के बाद पुलिस स्टेशन में चल रहा हंगामा बार शांत हो पाया।
एसपी हिसार ने मौके का मुआयना करने के बाद कहा कि ग्रामीणों ने पूरे प्री प्लान्ड तरीके से घटना क्रम को अंजाम दिया है। ग्रामीण जिस तरह से जहर लेकर पहुंचे थे, उससे तो लगता है कि वे पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे। मामले की जांच की जा रही है। जिसके बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। दूसरी तरफ SHO सुखजीत का कहना है कि वीड़ियो बनाने पर रोकने पर ग्रामीण गाली गलौज पर उतर आए थे।
इस बीच पुलिस व कुंभा गांव के ग्रामीणों के बीच हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने एक महिला सहित कई ग्रामीणों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बरवाला थाना प्रभारी सुखजीत सिंह के बयान के पर पुलिस ने गांव कुंभा निवासी सुशील, कपिल, नवीन, ओमप्रकाश, जयभगवान, ऊषा, अनुज, अंकित व तीन-चार अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 149, 249, 341, 309, 186, 353, 332, 506 के तहत केस दर्ज किया है। बता दें कि पुलिस ने मामले के संबंध में कुछ आरोपियों को हिरासत में भी लिया है।