नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को उन बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से भेंट करेंगे, जिन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद विभिन्न देशों की यात्राएँ की हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ये प्रतिनिधि अपनी अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के अनुभव और प्रतिक्रियाएं प्रधानमंत्री के साथ साझा करेंगे। इन दलों में पूर्व सांसदों और पूर्व राजनयिकों सहित कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया था, जिन्होंने 33 विदेशी राजधानियों और यूरोपीय संघ का दौरा किया।
सूत्रों के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी इस उच्चस्तरीय बैठक में भाग लेंगे। मई के अंत में, वे एक प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में जापान और अन्य एशियाई देशों की यात्रा पर गए थे। टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने पुष्टि की कि बनर्जी बैठक में अपनी राय साझा करेंगे।
एस जयशंकर पहले ही कर चुके हैं मुलाकात
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पहले ही इन प्रतिनिधिमंडलों से भेंट की है और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को वैश्विक मंचों पर मजबूती से प्रस्तुत करने के लिए उनके प्रयासों की सराहना की है। सात प्रतिनिधिमंडलों में से चार का नेतृत्व सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों ने किया, जिनमें भाजपा, जद (यू) और शिवसेना के सदस्य शामिल थे। वहीं, तीन दलों का नेतृत्व विपक्षी दलों — कांग्रेस, द्रमुक और एनसीपी (एसपी) — के सांसदों ने किया।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एकता का संदेश
सरकार की पहल पर इन प्रतिनिधिमंडलों को भेजने का उद्देश्य वैश्विक मंचों पर आतंकवाद के विरुद्ध भारत की एकजुटता और राष्ट्रीय हितों को रेखांकित करना था। इसमें शशि थरूर (कांग्रेस) और असदुद्दीन ओवैसी (एआईएमआईएम) जैसे विपक्षी नेता भी शामिल थे, जिन्होंने सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों के साथ मिलकर भारत के पक्ष में समर्थन जुटाया। प्रतिनिधिमंडलों में पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आज़ाद और सलमान खुर्शीद जैसी प्रमुख हस्तियां भी सम्मिलित थीं।