छत्तीसगढ़ सरकार अब स्कूल-कॉलेज स्तर पर ही लड़कियों की सुरक्षा को लेकर कदम उठाने जा रही है। इसके लिए पुलिसकर्मी हर गर्ल्स स्कूल और कॉलेज में जाएंगे और वहां सेल्फ डिफेंस के साथ ही गुड टच-बैड टच और कानूनी जानकारी देंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। मुख्यमंत्री ने इसे नाम दिया है ‘हमर बेटी-हमर मान’।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को बताया कि बेटियों को सोशल मीडिया क्राइम से बचाव के तरीके बताए जाएंगे। साथ ही उनके अधिकार जैसी बातों पर मार्गदर्शन और संवाद भी होगा। उन्होंने बताया कि लड़कियों की सुरक्षा के लिए ’हमर बेटी हमर मान’ हेल्पलाइन बनाई जा रही है। इसके लिए मोबाइल नंबर जारी होगा। जिस पर बेटियां अपनी शिकायत, अपनी परेशानी, अपने साथ होने वाले किसी भी दुर्व्यवहार या अपराध की सूचना दर्ज करा पाएंगी और उन पर प्राथमिकता से कार्यवाही की जाएगी।
लड़कियों, महिलाओं की मौजूदगी वाली जगह पर होगी महिला पेट्रोलिंग
मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट कर जानकारी दी कि इस अभियान के तहत महिला पुलिस अधिकारी और कर्मचारी सभी जिलों के स्कूल-कॉलेजों में जाएंगे। वहां बेटियों को उनके कानूनी अधिकार, गुड टच-बैड टच, छेड़खानी, यौन शोषण, साइबर क्राइम, सोशल मीडिया क्राइम से बचाव और अधिकार जैसी बातों पर मार्गदर्शन देने के साथ ही संवाद भी करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियां हमारा मान सम्मान हैं, बेटियां प्रदेश के भविष्य उज्ज्वल की नींव हैं। जिस समाज में बेटियां सुरक्षित हों, सशक्त हों, वह समाज निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है।
महिला संबंधी अपराधों की जांच महिला अधिकारी ही करेंगी
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने तय किया है कि महिला संबंधी अपराधों की जांच प्राथमिकता के आधार पर महिला जांच अधिकारी से ही कराई जाएगी। साथ ही ऐसे अपराधों की जांच निर्धारित समय में पूरी हो और चालान पेश हो जाए, ये सुनिश्चित करने का दायित्व आईजी रेंज को होगा। महिला सुरक्षा के लिए लॉन्च किए जाने वाले एप्लीकेशन के संबंध में स्कूल-कॉलेजों में जाकर बताया जाएगा, कि इसका इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी पूरी आशा है कि महिला सुरक्षा और महिलाओं का सम्मान बढ़ाने की दिशा में यह अभियान एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा।