शाहपुर। शाहपुर थाना क्षेत्र के गांव दुल्हेरा में विगत 13 अक्टूबर को एक नलकूप पर गांव दुल्हेरा निवासी दीपक व पारस के गोली लगे शव मिलने व पूरे घटनाक्रम में मिले साक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस द्वारा दोनों की मौत को प्यार में मिले धोखे के चलते गोली मारकर आत्महत्या करना दर्शाया गया है। शाहपुर पुलिस ने दोनों दोस्तों की मौत को आत्महत्या करार दिया है। पुलिस अभी तक पूरे घटनाक्रम में प्रयुक्त तमंचे व मोबाइल बरामद नहीं कर सकी।
शाहपुर थाने पर आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव, सीओ बुढाना विनय गौत्तम, थाना प्रभारी अभिषेक सिरोही ने बताया कि गांव दुल्हेरा में विगत 13 अक्टूबर को दीपक के नलकूप पर गांव दुल्हेरा निवासी दीपक पुत्र किरणपाल व पारस पुत्र कृष्णपाल के गोली लगे शव बरामद हुए थे, जिसका मुकदमा जगपाल पुत्र सभाचन्द ने अज्ञात के विरुद्ध दर्ज कराया था। एसपी देहात ने बताया कि दीपक व पारस एक-दूसरे के गहरे दोस्त थे। दोनों ने एक-दूसरे के साथ मरने मिटने की कसम खाई हुई थी। 11 अक्टूबर को दीपक ने अपनी शादीशुदा प्रेमिका के साथ शामली स्थित कैराना रोड पर एक होटल में जन्मदिन की पार्टी मनाई। पार्टी के बाद उसकी शादीशुदा प्रेमिका ने दीपक से कहा कि अब वह अपना जीवन अपने पति के साथ व्यतीत कर रही है, वह अब आगे से उससे नहीं मिलेगी। इसके बाद 12 अक्टूबर को दीपक के दोस्त पारस ने अपनी प्रेमिका के साथ मोदीपुरम में एक रेस्टोरेंट में पार्टी मनाई। पार्टी के बाद प्रेमिका ने पारस से कहा कि उसकी सगाई हो चुकी है। आगे वह अब नहीं मिलेगी। वहां से वे अपने अपने घर चले गए, 13 अक्टूबर को दीपक व पारस शाकुम्भरी देवी दर्शन को गए, जहां दीपक ने अपनी प्रेमिका को फोन कर प्रसाद चढाने को कहा, तो उसने मना कर दिया। प्रेमिका द्वारा मना किये जाने से क्षुब्ध दीपक व पारस अपनी मोटरसाइकिल से वापस शाहपुर आये तथा अत्याधिक शराब का सेवन किया तथा गांव दुल्हेरा में दीपक के नलकूप पर पहुंचकर तमंचे का इंतजाम किया और इसके बाद दीपक ने पहले अपने दोस्त पारस व उसके बाद अपने आपको गोली मारकर जीवनलीला समाप्त कर ली। पुलिस ने पूरे घटनाक्रम में दीपक व पारस के दोस्तों से की पूछताछ को सही ठहराते हुए घटनाक्रम का पटाक्षेप कर दिया लेकिन गांव दुल्हेरा में हुए दोहरे हत्याकांड में प्रयुक्त तमंचा व मोबाइल पुलिस अभी तक बरामद नही कर पाई है।
एक ओर पुलिस घटना को आत्महत्या दर्शा रही है, वहीं दूसरी ओर घटनास्थल से तमंचा व मोबाइल बरामद ना होना पुलिस द्वारा किये गए खुलासे पर प्रश्नचिह्न लगा रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक यदि घटना में दोनों ने आत्महत्या की है, तो घटनास्थल से मोबाइल व तमंचा बरामद होना चाहिए था। यदि घटनास्थल से तमंचा व मोबाइल बरामद नहीं हो रहा है, तो साफ जाहिर है कि घटना में तीसरा व्यक्ति भी शामिल रहा है। यह भी हो सकता है कि परिजनों व पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही किसी ने मोबाइल व तमंचे पर हाथ साफ कर दिया हो। एसपी देहात ने बताया कि मोबाइल व तमंचे की बरामदगी के लिए पुलिस सर्विलांस की मदद ले रही है। जल्द ही बरामद कर लिया जाएगा।
पुलिस ने सर्विलांस से मोबाइल नम्बर से निकाली गई कोल डिटेल के आधार पर मृतक दीपक व पारस के दोस्तों व प्रेमिकाओं के बयानों के आधार पर घटना को आत्महत्या बताते हुए घटना में किसी को भी जेल नही भेजा, जबकि पूछताछ के लिए थाने बुलाये गये सभी युवकों को परिजनों की सुपुर्दगी में सौंप दिया गया।