भारत ने किया UNSC के फैसले का स्वागत, कहा- क्षेत्र में आतंकवादी संगठनों से खतरा अधिक

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने सोमवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की (Abdul Rehman Makki) को अपनी आईएसआईएल (दाएश) और अल-कायदा प्रतिबंध समिति के तहत एक वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया। यूएनएससी के इस कदम पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया देते हुए खुशी जाहिर की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आईएसआईएल और अल कायदा प्रतिबंध समिति द्वारा लश्कर आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के फैसले का स्वागत करते हैं। 
गौरतलब है कि अब्दुल रहमान मक्की लश्कर नेता हाफिज सईद का बहनोई भी है। इतना ही नहीं मक्की ने लश्कर के लिए कई भूमिकाएं भी निभाई हैं। इसमें तमाम तरीकों से संगठन के लिए धन जुटाना शामिल है। 

मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित करने के फैसले का स्वागत 
 विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि आतंकवादी संगठनों से क्षेत्र में खतरा अधिक बना हुआ है। यूएनएससी द्वारा की जाने वाली लिस्टिंग और प्रतिबंध इस तरह के खतरों को रोकने और क्षेत्र में आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के लिए एक प्रभावी उपकरण हैं। 

उन्होंने आगे कहा कि भारत आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत आतंकवाद के खिलाफ विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय पर दबाव डालता रहेगा। हम किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे। 

जानिए आखिर कौन है अब्दुल रहमान मक्की?
अब्दुल रहमानी मक्की 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का सदस्य है। मक्की पाकिस्तान इस्लामिक वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन अहल-ए-हदीस के अलावा लश्कर-ए-तोएबा में भी दबदबा रखता है। मक्की हाफीज सईद का सबसे खास रिश्तेदार था जो कि उसके काले खेल में हमेशा वफादारी से साथ देता था। भारत के खिलाफ साजिश रचने में मक्की हमेशा आगे रहता था। मुंबई को दहलाने में मक्की ने भी खतरनाक साजिश रची थी। वह धन जुटाने, भर्ती करने और भारत में, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर में हमलों की योजना बनाने के लिए युवाओं को भर्ती करने और कट्टरपंथी बनाने में शामिल रहा है।  वह अमेरिका द्वारा नामित विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) लश्कर के भीतर विभिन्न नेतृत्व भूमिकाएं निभा रहा है। उसने लश्कर के अभियानों के लिए धन जुटाने में भी भूमिका निभाई है।

 भारत और अमेरिका पहले ही घोषित कर चुके हैं आतंकी
भारत और अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की 1267 आईएसआईएल (दाएश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत मक्की को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के लिए एक संयुक्त प्रस्ताव भी पेश किया था। हालांकि, जून 2022 में चीन ने ऐन मौके पर इसे रोक दिया। 

संपत्ति जब्त होगी, यात्रा पर लगेगा प्रतिबंध
संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा कि 16 जनवरी 2023 को सुरक्षा परिषद समिति ने आईएसआईएल (दाएश), अल-कायदा, और संबंधित व्यक्तियों, समूहों, उपक्रमों और संस्थाओं से संबंधित संकल्प 1267 (1999), 1989 (2011) और 2253 (2015) के अनुसार इसे मंजूरी दे दी। सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2610 (2021) के पैरा 1 में निर्धारित और अपनाई गई नीति के तहत इनकी संपत्ति जब्त होगी, यात्रा प्रतिबंध और हथियार प्रतिबंध लगेगा।  

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