कांग्रेस नेता और वायनाड सांसद राहुल गांधी चीन मसले पर लगातार प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साध रहे हैं. राहुल वर्तमान में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर हैं. इस दौरान राहुल ने मंगलवार शाम पीएम मोदी के देश के संबोधन को लेकर कहा कि वह चीन का नाम लेने से डर रहे हैं. मंगलवार को पीएम ने अपने संबोधन में चीन पर एक भी बयान नहीं दिया.
वायनाड सांसद राहुल ने कहा, प्रधानमंत्री चीन का नाम नहीं ले रहे हैं क्योंकि वो नहीं चाहते कि देश के लोगों का ध्यान इस पर जाए कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है. चीन ने हमारी 1200 स्क्वायर किलोमीटर जमीन पर कब्जा किया है. पीएम के पास भारत माता की जमीन पर कहने के लिए एक भी शब्द क्यों नहीं है.
गौरतलब है कि मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से पहले राहुल ने कहा था, मैं प्रधानमंत्री से सुनना चाहूंगा कि चीन भारतीय क्षेत्र को कब छोड़ेगा, लेकिन मैं आपको इस बात की गारंटी देता हूं कि प्रधानमंत्री में ये बताने की हिम्मत नहीं होगी. प्रधानमंत्री चीन के बारे में एक शब्द नहीं बोलेंगे.
इससे पहले, राहुल ने कृषि कानूनों के विरोध में आयोजित रैली के दौरान कहा था कि यूपीए सरकार में आज की मोदी सरकार के कार्यकाल की तरह चीन की इतनी हिम्मत नहीं हुई कि वह भारत की जमीन पर चार महीने तक 1200 किलोमीटर अंदर आकर बैठ जाए.
उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार में भारत की जमीन पर चीन की सेना ने घुसपैठ ही नहीं की बल्कि 20 जवानों को भी मार डाला, वो भी गोली से नहीं, कुल्हाड़ी और दूसरे हथियारों से. जब हमारी सरकार थी, तब चीन में इतना दम नहीं था कि वो भारत में पांव रखे. आज पूरी दुनिया में भारत एक ही देश है, जहां किसी दूसरे देश की सेना आई और 1200 किलोमीटर आकर घुसपैठ कर चुकी है.
राहुल गांधी ने कहा था कि नरेंद्र मोदी कहते हैं कि भारत की जमीन पर कोई कब्जा नहीं हुआ. अगर हमारी सरकार होती तो चीन की सेना को उठाकर बाहर फेंक देती. अब वह यही देख रहे हैं कि ये काम मोदी कब करेंगे लेकिन जब उनकी सरकार आएगी तो देश की सेना 15 मिनट में चीनी सेना को बाहर पटक कर मारेगी.